सूर्य से उत्पादित होती है बिजली, उमरीया प्लांट सौर ऊर्जा का केन्द्र

सुसनेर। स्वामी विवेकानंद शासकीय महाविद्यालय में प्रभारी प्राचार्य डॉ. आर. व्ही.गुप्ता के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के तत्वावधान में अक्षय ऊर्जा और भारतीय ज्ञान परम्परा विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। भारतीय ज्ञान परम्परा प्रकोष्ठ के संयोजक सहायक प्राध्यापक रमेश जमरा ने बताया कि दिनांक 28 अगस्त को अक्षय ऊर्जा एवं भारतीय ज्ञान परंपरा विषय पर ही निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया। जिसमें बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने सहभागिता की।
निबंध लेखन प्रतियोगिता में ईश्वर सिंह सिसोदिया प्रथम, लोकेश मेघवाल द्वितीय व दीपिका पवार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। दिनांक 29 अगस्त को अक्षय ऊर्जा की महत्ता विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित हुई।
मुख्य वक्ता ओ टू पावर बीम पावर एनर्जी के मैनेजर रघुनंदन पाटीदार ने कंपनी द्वारा उमरिया गांव में लगे 350 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र पर विस्तृत चर्चा की उन्होने कहां की सूर्य से ही बिजली का उत्पादन होता है और उमरीया का प्लांट इसका केन्द्र है। इसमें 1500 एकड़ जमीन में संयंत्र लगाने के लिए आवश्यक वस्तुएं, टीम, कच्चामाल, विभिन्न सौर ऊर्जा निर्माण संयंत्र व प्रक्रिया के बारे में सचित्र विस्तार पूर्वक बताते हुए कहा कि ऊर्जा के नवीनीकरण स्रोतों के द्वारा गांव शहर, राज्य और देश को आत्म निर्भर बनाने में मुख्य भूमिका का निर्वहन कर सकते हैं। इसके बाद दूसरे वक्ता श्री दिवाकर पाराशर द्वारा संयंत्र इकाई स्थापित करने से लेकर संचालित करने के लिए आवश्यक सुरक्षा मानक व आने वाली समस्याओं पर विस्तृत जानकारी दी ।
संयंत्र की टीम के साथ ही कमलेश पाटीदार, भारतन पीवी व राहुल जायसवाल भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक आरती नागर ने किया व आभार आदिश कुमार जैन ने माना। इस अवसर पर विद्यार्थियों सहित सहायक प्राध्यापक आकांक्षा श्रीवास्तव, रामकुमार अंजोरिया, काशीराम प्रजापति, राजकमल नर्गेश, डॉ.रेखा चंद्रपाल, सीमा मुवेल, मुकेश कुमार दांगी, डॉ कमल जटिया, श्रद्धा पांडे, मनोज दुबे कार्यालयीन स्टाफ आदि उपस्थित रहे।