सोमवार को शाही सवारी, कल से ही जुटेंगे बाहर से आने वाले श्रद्धालु

उज्जैन। सोमवार 2 सितंबर को राजाधिराज महाकाल की शाही सवारी निकलेगी। सवारी की तैयारियों को लेकर भले ही जिला और पुलिस प्रशासन ने मुस्तैदी के साथ तैयारियां कर ली हो लेकिन भीड़ प्रबंधन एक बार फिर प्रशासन के आगे चुनौती बनेगी, इसमें कोई दोराय नहीं हो सकती है।
दरअसल बीती सवारियों के जो उदाहरण प्रत्यक्ष रूप से सामने आए है उस कारण यह प्रश्न उठ रहा है कि आखिर भीड़ का नियंत्रण कैसे और किस तरह से किया जाएगा। इधर कल रविवार से ही बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगेगी वहीं सवारी मार्गों पर ऐसे अभी भी कमजोर और जर्जर मकान है जो सवारी देखने वाले श्रद्धालुओं के लिए खतरा बने हुए है। हालांकि ऐसे मकानों पर नगर निगम की तरफ से सूचना बोर्ड अवश्य ही लगा दिए गए है, बावजूद इसके सवारी देखने वाले लोग यह नहीं देखते है कि जिस स्थान पर वे सवारी के दर्शन के लिए खड़े हुए है वहां उनके लिए खतरा भी हो सकता है।

 सोमवती अमावस्या भी

जिस सोमवार 2 सितंबर को राजाधिराज महाकाल की शाही सवारी निकलेगी उसी दिन सोमवती अमावस्या भी है, लिहाजा प्रशासन के सामने दोहरी चुनौतियां रहेगी। बता दें कि सोमवती अमावस्या पर सोमतीर्थ के साथ ही शिप्रा में स्नान करने का विशेष महत्व है वहीं इस अवसर पर सुबह से ही स्नान करने के लिए श्रद्धालु नदी के घाटों पर पहुंचने लगेंगे।

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