हर एक किलोमीटर की दूरी पर बनाया जाएगा रिचार्ज बोर
प्रदेश में लगातार भू जल स्तर गिरता जा रहा है। कई जगह हालत ऐसे हैं, की पानी कई- कई सैकड़ा फिट नीचे पहुंच चुका है। इस स्थिति में सुधार के लिए अब सरकार सडक़ों पर बहने वाले बारिश के पानी से भू- जलस्तर में सुधार लाने की योजना पर काम कर रही है। इसके लिए सडक़ के पानी को एकत्रित कर उसे जमीन में डाला जाएगा। इसके लिए प्रत्येक किलोमीटर पर एक रिचार्ज बोर बनाया जाएगा।
इसकी सबसे पहले उन इलाकों से शुरुआत की जाएगी, जिन इलाकों में भू-जल स्तर बेहद अधिक कम हो चुका है। ऐसे इलाकों को चिहिन्त करने की भी योजना है। देश में बेंगलुरु एवं चेन्नई जैसे महानगरों में पेयजल की कमी देखने को मिली है। यह स्थिति मप्र के सूखाग्रस्त बुंदेलखंड जैसे अन्य क्षेत्रों की भी है। केंद्रीय भूजल बोर्ड की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, इंदौर समेत मध्य प्रदेश के कई शहरों में भूजल स्तर तेजी से नीचे जा रहा है। इससे निपटने के लिए बारिश के पानी का संग्रहण कर भूजल बढ़ाने के लिए इस तरह का नवाचार किया जा रहा है।प्रदेश की नई सडक़ों पर रिचार्ज बोर बनाए जाएंगे। इसके सडक़ निर्माण की निविदा की शर्तों में प्रावधान होंगे। सूत्रों के मुताबिक जो योजना तैयार की गई है, उसके मुताबिक छह इंच का रिचार्ज बोर खुदवाया जाएगा, जिसकी लागत 75 हजार रुपये संभावित है। इस बोर की गहराई कितनी होगी , यह उस जगह के भू-जल स्तर पर निर्भर होगी। ऊपर की ओर जमीन की सतह से लगभग 3 मीटर गहरे 1.5 मीटर व्यास की संरचना की जाएगी। इसी से पानी जमीन में जाएगा। वर्षा जल में मिली गंदगी जैसे मिट्टी को रोकने के लिए इस संरचना में रेत, मिट्टी एवं पेबल बोल्डर की मोटी परत दी जाएगी। निगम द्वारा कार्बन फुट प्रिंट की संख्या में वृद्धि सकने के लिए एक लाख पौधों के रोपण का भी लक्ष्य रखा गया है।