भाजपा की गुटबाजी अब अहिल्या उत्सव में भी दिखी

 

इंदौर। इस बार अहिल्या उत्सव खास तौर पर मनाया जा रहा है। संघ ने लोक माता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जन्म शताब्दी के अवसर देशभर में विशेष कार्यक्रम साल भर तक करने की योजना बनाई है।
इंदौर का इस मामले में खास योगदान है क्योंकि होलकर वंश से ही इंदौर की पहचान है। यहां प्रतिवर्ष अहिल्या उत्सव मनाने की परंपरा प्रसिद्ध इतिहासकार स्वर्गीय गणेश मतकर ने प्रारंभ की थी। बाद ज में जब ताई सांसद बनी तो उन्होंने इसे भव्य पैमाने पर आयोजित करना प्रारंभ किया।
इस बार ताई के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भी मौजूद थे। ताई के समर्थक पूरे जिले में यह कार्यक्रम आयोजित करते हैं। इस बार भी यह देखा गया कि अहिल्या उत्सव के कार्यक्रम में ताई के समर्थकों ने तो बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया लेकिन उनके राजनीतिक विरोधी नेताओं के समर्थक गायब रहे।
महू और देपालपुर में पूरी तैयारी के साथ पालकी यात्रा निकाली गई लेकिन यहां भी गुटबाजी दिखाई दी। जैसे महू की पालकी यात्रा में अंतर सिंह दरबार, मनोज ठाकुर जैसे नेता नजर आए जिन्हें कैलाश विजयवर्गीय समर्थक माना जाता है लेकिन विधायक उषा ठाकुर और उनके समर्थक नदारद रहे।
जाहिर है तमाम कोशिशों के बावजूद भाजपा में आंतरिक विभाजन मिटाया नहीं जा सका है।