चार से पांच यूनिट हो चुकी है स्थानांतरित चरक भवन में जल्द शिफ्ट होगी जिला अस्पताल की इमरजेंसी

दैनिक अवंतिका
उज्जैन। मेडिकल कॉलेज बनाए जाने की मंजूरी मिलने के बाद जिला अस्पताल को चरक भवन के साथ माधवनगर अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है। अस्पताल की कुछ यूनिट चरक में शिफ्ट हो चुकी है। अब इमरजेंसी की तैयारियां शुरू हो चुकी है। जल्द ही जिला अस्पताल का हर कक्ष चरक में शिफ्ट कर दिया जायेगा।
लम्बे समय से शहर में मेडिकल कॉलेज बनाये जाने की मांग उठने के बाद शासन-प्रशासन द्वारा जमीन की तलाश की जा रही थी। योजना के बाद तय किया गया कि मेडिकल कॉलेज को शहर के मध्य जिला अस्पताल परिसर में बनाया जायेगा। जिसकी मंजूरी मिलने के बाद 6 मंजिला बनाये जाने वाले मेडिकल कॉलेज को लेकर जमीनी परीक्षण शुरू किया गया। जो पूरा हो चुका है। अब अस्पताल भवन को तोड़ने की तैयारी हो रही है। जिसका टेंडर भी पास हो चुका है। जिसके चतले जिला अस्पताल के वार्डो और यूनिट को चरक भवन में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शुक्रवार को आदेश जारी किया गया था कि जिला अस्पताल में लगने वाली सर्जरी ओपीडी, आर्थो ओपीडी और ईएनटी ओपीडी को चरक में शिफ्ट कर दिया जाये। शनिवार को आदेश का पालन करते हुए तीनों ओपीडी की शुरूआत चरक में कर दी गई। रविवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में पूरी तरह से ताला लगा दिया गया। अस्पताल परिसर में संचालित होने वाले एक्सरे विभाग को भी चरक में शिफ्ट किया जा रहा है। अब इमरजेंसी कक्ष की तैयारी है। अस्पताल सूत्रों के अनुसार सप्ताहभर में इमरजेंसी की शुरूआत भी चरक में हो जायेगी। 6 मंजिला चरक भवन में दवा वितरण केन्द्र भी तैयार कर लिये गये है। जिला अस्पताल शिफ्ट किये जाने की व्यवस्थाओं पर सिविल सर्जन डॉ. अजय दिवाकर पूरी तरह से नजर बनाये हुए है। कक्षों का चिन्हित कर दिया गया है कि कहां कौन सी ओपीडी होगी। संभावना जताई जा रही कि सितंबर माह के अंत में संभाग का सबसे बड़ा 700 बिस्तर वाला जिला अस्पताल हमेशा के लिये बंद हो सकता है।
माधवनगर में अस्पताल में भी होगा उपचार
चरक भवन के साथ ही जिला अस्पताल के कुछ वार्डो को माधवनगर अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है। यहां कैंसर यूनिट की शिफ्टिंग का काम पूरा हो चुका है। जिला अस्पताल से दंत विभाग को भी माधवनगर में संचालित किया जायेगा। सीएमएचओ अशोक पटेल ने बताया कि जिला अस्पताल के शिफ्ट होने के बाद मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा नही होने दी जायेगी। जिला अस्पताल परिसर में बने पोस्टमार्टम कक्ष को भी चरक भवन में बनाये जाने की तैयारियां शुरू हो चुकी है। जल्द ही अस्पताल के सभी वार्डो को चरक भवन में स्थानांतरित कर दिया जायेगा।
जिला अस्पताल से छोटा है चरक भवन
चरक भवन को 6 मंजिला बनाया गया था, लेकिन यह जिला अस्पताल के स्थानांतरित होने से छोटा दिखाई दे रहा है। चरक में पहले से ही प्रसूति वार्ड और आई वार्ड संचालित हो रहे है। वहीं चरक की ऊपरी मंजिल से सिविल सर्जन कक्ष के साथ अस्पताल विभाग के अन्य कक्ष बने हुए है। चरक 350 बेड का बना था और जिला अस्पताल 700 बिस्तरों का है। जिसमें कई यूनिट भी शामिल है। अस्पताल प्रशासन चरक में जिला अस्पताल का संचालन कैसे कर पायेगा यह तो आने वाला समय ही बतायेगा। यहां मरीजों और उनके परिजनों के साथ स्टॉफ के लिये पार्किंग व्यवस्था भी बड़ी चुनौती हो सकती है।