एमपी में दूर होगी डॉक्टरों की कमी , रिक्त पद भरने की प्रक्रिया शुरू

मध्यप्रदेश में सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी दूर होगी क्योंकि लोक सेवा आयोग ने रिक्त पदों पर भर्ती करने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। बता दें कि विभिन्न
सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी है।
बताया गया है कि इस वर्ष के अंत तक ही आठ सौ से अधिक डॉक्टरों की भर्ती कर ली जाएगी। यह सभी पद चिकित्सा अधिकारी के हैं। वर्तमान में प्रदेश में विशेषज्ञों के तीन हजार 723 स्वीकृत पदों में से दो हजार 374 और चिकित्सा अधिकारियों के पांच हजार 329 पदों में से एक हजार 54 पद रिक्त हैं। भर्ती के नियम पहले की तरह ही हैं, इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। इन पदों के लिए डॉक्टर 29 सितंबर तक आवेदन कर सकेंगे। भर्ती के लिए अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष निर्धारित की गई है, जिसमें पांच वर्ष से अधिक समय तक संविदा में सेवा करने वाले डॉक्टरों को सेवा वर्ष के बराबर छूट मिलेगी। हालांकि, इसके बाद भी अधिकतम आयु सीमा 55 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। पद भरने से प्रदेश के उन पौने चार सौ से अधिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की उपलब्धता हो सकेगी जो अभी डॉक्टर विहीन हैं। प्रदेश में डॉक्टरों की लगातार भर्ती के बाद भी चिकित्सा अधिकारियों के एक हजार से अधिक और विशेषज्ञों के दो हजार से अधिक पद रिक्त रहते हैं। इसका बड़ा कारण यह है कि डॉक्टरों के जितने पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाती है उनमें लगभग 60 प्रतिशत ही हर बार मिल पाते हैं। विशेषज्ञों के 25 प्रतिशत पदों पर सीधी भर्ती के बाद भी 63 प्रतिशत पद रिक्त हैं।