पंडालो में 20 फीट तक की विराजित होगी प्रतिमा शहर में 416 स्थान पर होगी भगवान गणेश की स्थापना

दैनिक अवन्तिका ब्रह्मास्त्र
उज्जैन। देवताओं में प्रथम पूजनीय भगवान गणेश की आराधना का 10 दिवसीय उत्सव कल से शुरू हो रहा है। धार्मिक नगरी में घर-घर बप्पा की स्थापना के साथ शहर के सार्वजनिक स्थानों पर 416 पंडालो में प्रतिमाएं विराजित की जाएगी। भगवान गणेश की आराधना में किसी प्रकार का खलल ना पड़े इसको लेकर पुलिस प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी में लगा हुआ है।
22 जुलाई से 2 सितंबर तक श्रावण-भादौ मास में धार्मिक नगरी के साथ देश भर से आए भक्त भगवान शिव की आराधना में डूबे हुए थे। अब 7 सितंबर से देवताओं में प्रथम पूजनीय भगवान गणेश की 10 दिवसीय आराधना का उत्सव शुरू हो रहा है। भगवान गणेश जहां घर-घर सुख, समृद्धि और खुशियां लेकर आते हैं वहीं शहर में भी सार्वजनिक स्थानों पर पंडालो में भगवान गणेश की प्रतिमा विराजित कर धार्मिक, सांस्कृतिक उत्सव मनाया जाता है। पुलिस विभाग से मिली जानकारी अनुसार इस बार 416 सार्वजनिक स्थान पर भगवान गणेश की स्थापना की जाएगी। पिछले 5 दिनों से शहर के थानों में पदस्थ सूचना संकलन में शामिल पुलिसकर्मी आयोजकों से 10 दिवसीय कार्यक्रम की जानकारी एकत्रित करने में लगे हुए हैं। शहर में भगवान गणेश की पंडालो में होने वाली स्थापना की संख्या बढ़ाने का अनुमान भी बना हुआ। पुलिस विभाग की जानकारी अनुसार आज सभी थाना प्रभारी अपने क्षेत्र में होने वाली गणेश स्थापना के आयोजकों की बैठक आयोजित कर सकती है। इस दौरान सभी को अनुमति लिए जाने और संबंधित थाना पुलिस को जानकारी देने की हिदायत दी जाएगी। वही पंडालो की सुरक्षा के लिए आयोजन समिति के दो सदस्यों की 24 घंटे तक मौजूदगी रखने की मुनादी भी कराई जाएगी। पुलिस की एक दो सदस्य टीम 10 दिनों तक अपने थाना क्षेत्र में सार्वजनिक स्थानों पर बनाए गए पंडालो की व्यवस्था को बनाए रखने के लिए लगातार भ्रमण करती रहेगी।
पूरी की गई तैयारिया, कुछ घंटे का इंतजार
भगवान गणेश (गणपति बप्पा) के उत्सव की तैयारी पूरी कर ली गई है बस कुछ घंटे का इंतजार और बना हुआ है जब घर-घर भगवान गणेश की धूमधाम के साथ स्थापना की जाएगी। पंडालो में 5 फीट से लेकर 20 फीट तक की प्रतिमाएं विराजित होगी। कल सुबह होने के साथ ही गणपति बप्पा की मोरिया की गूंज सुनाई देने लगेगी। कई स्थानों पर आयोजनों द्वारा धार्मिक झांकियां भी सजाई जाएगी। बप्पा को घर लाने का सबसे अधिक उत्साह बच्चों में दिखाई दे रहा है।
चिंतामन मंदिर में उमड़ेगी की आस्था
शहर से 6 किलोमीटर दूर अति प्राचीन भगवान चिंतामन गणेश का मंदिर बना हुआ है जो पूरे देश की आस्था का बड़ा केंद्र है। शनिवार सुबह सूर्य उदय से पहले ही मंदिर में आस्था की कतार दर्शनों के लिए दिखाई देने लगेगी। मंदिर समिति ने भी 10 दिवसीय विशेष आराधना की तैयारी पूरी करनी है। सुबह से लेकर देर रात तक धार्मिक उत्सव के साथ प्रसाद वितरण किया जाएगा। चिंतामन गणेश मंदिर के साथ ही महाकाल मंदिर से चंद कदमों की दूरी पर बड़ा गणेश मंदिर और चक्रतीर्थ पर 10 भुजाधारी गणेश मंदिर पर भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहेगा।
चिमनगंज क्षेत्र में 75 स्थानो पर स्थापना
7 सितंबर से शुरू हो रहे उत्सव के दौरान चिमनगंज थाना क्षेत्र में 75 स्थान पर बनाए गए पंडालो में भगवान गणेश की स्थापना की जाएगी। नीलगंगा थाना क्षेत्र में 54, महाकाल थाना क्षेत्र में 35, चिंतामण थाना क्षेत्र में 39, माधवनगर 21, नानाखेड़ा 15, जीवाजीगंज 35, पंवासा 30, भेरूगढ़ 30, नागझिरी 28, देवासगेट 14, कोतवाली 24 और खाराकुआं थाना क्षेत्र में 16 स्थान पर पंडाल बनाए गए हैं।