सरकार का ऐलान होते ही याद आए रोडवेज की बसों के वो पुराने दिन….!

ब्रह्मास्त्र उज्जैन

सूबे की मोहन सरकार ने बीते 19 वर्षों से बंद पड़े हुए सड़क परिवहन निगम अर्थात रोडवेज को फिर से शुरू करने का ऐलान किया है और इसके लिए आगे की कार्रवाई को भी अंजाम दे दिया है। सरकार के इस ऐलान की जानकारी सामने आते ही रोडवेज की बसों के वो पुराने दिन भी शहरवासियों को याद आने लगे है।

रोडवेज की बसों में सफर करने वाले वे दिन नहीं भूले है जब रोडवेज की बसों को कभी खटारा तो कभी सरकारी डिब्बा कहा जाता था..! दरअसल अमूमन होता यह था कि बसों का संचालन देवास गेट बस स्टैंड से होता तो था लेकिन उदाहरण के तौर पर देवास जाते वक्त ही बस बीच रास्ते में या तो बंद हो जाती थी या फिर इंजन गरम होने के कारण खाकी यूनिफॉर्म पहने चालक परिचालक इंजन को ठंडा करने के लिए पानी का इंतजाम करते थे। हालांकि इसी बीच बस में बैठे यात्री खासे परेशान होते थे या फिर बस से बाहर आकर खड़े हो जाते है। कई बार यह भी होता था कि चालक परिचालक अन्य बस को रोककर उसमें यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाया भी करते थे।

Author: Dainik Awantika