सिंहस्थ के पहले इंदौर-उज्जैन के बीच वंदे भारत मेट्रो संचालन की संभावना
उज्जैन। सिंहस्थ को लेकर सूबे की मोहन सरकार चिंता में है और यही कारण है कि न केवल वे स्वयं सिंहस्थ के कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे है वहीं अनेक विकास कार्यों को किया
जा रहा है।
इसके अलावा इंदौर उज्जैन के बीच बेहतर कनेक्टिविटी के लिए वंदे भारत मेट्रो ट्रेन चलाने की भी संभावना जताई जा रही है। इसके लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भारत सरकार से चर्चा की है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश को विकास के मामलों में मॉडल बनाया जाएगा। विकास कार्यों में जो कठिनाइयाँ आती हैं उन्हें दूर करते हुए विकास की गति तेज की जाएगी। सिंहस्थ -2028 के पूर्व अनेक महत्वपूर्ण कार्य पूरे होंगे। इन्दौर-उज्जैन के बीच बेहतर कनेक्टिविटी के लिए वंदे भारत मेट्रो के संचालन के संबंध में भारत सरकार से चर्चा हुई है। एलिवेटेड रोड और ब्रिज निर्माण के कार्य पूरे होंगे। यातायात की परेशानियां दूर होंगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव इंदौर में विकास कार्यों की समीक्षा के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे।
सर्किल वंदे मेट्रो की गति अपेक्षाकृत अधिक
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वर्तमान में चल रहे मेट्रो के कार्य की भी समीक्षा की गई है। सर्किल वंदे मेट्रो की गति अपेक्षाकृत अधिक होगी। वर्तमान ब्रॉडगेज रेल लाइन के उपयोग के संबंध में भी चर्चा हुई है। राज्य सरकार, केंद्र सरकार के सहयोग से सभी महत्वपूर्ण कार्यों को पूर्ण करेगी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का पूरा सहयोग और मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है। स्वतंत्रता के अमृत काल में मध्यप्रदेश को मॉडल बनाने पर ध्यान दिया जा रहा है। प्रदेश के बड़े नगरों के विकास के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में प्रगति के प्रयास बढ़ाए जा रहे हैं।
सड़क मार्ग और हवाई मार्ग के विकास पर ध्यान
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि रेल मार्ग के साथ ही सड़क मार्ग और हवाई मार्ग के विकास पर ध्यान दिया जा रहा है। आवासीय, औद्योगिक और व्यावसायिक क्षेत्र के विकास पर फोकस है। सुनियोजित विकास के लिए कार्य हो रहा है। आवश्यक समन्वय भी किया जा रहा है। इंदौर में चल रहे निर्माण कार्यों की गति बढ़ाने पर भी चर्चा हुई है। नगरीय निकायों की सीमाएं बढ़ाए जाने के बाद जोड़े गए ग्रामों में भी बुनियादी सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी।