इंदौर बनेगा महानगर…उज्जैन देवास और धार के कुछ हिस्से होंगे समाहित

इंदौर- उज्जैन। प्रदेश की मोहन सरकार इंदौर को महानगर बनाने के लिए कवायद कर रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यह स्पष्ट किया है कि इंदौर को जल्द ही महानगर के रूप में विकसित किया जाएगा लेकिन इसमें उज्जैन, देवास और धार के भी कुछ हिस्से समाहित होंगे।

उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि  मेट्रोपोलिटन सिटी के अंतर्गत प्रदेश के चार बड़े शहरों में इंदौर-उज्जैन की फिजिबिलिटी रिपोर्ट सबसे अच्छी आई है। सिंहस्थ यानी वर्ष 2028 से पहले इंदौर-उज्जैन के बीच मेट्रो और वंदे मेट्रो ट्रेन चलने लगेंगी। सीएम ने कहा, इंदौर में प्रस्तावित एलिवेटेड ब्रिज की जगह अब फ्लाईओवर बनाए जाएंगे। इंदौर नगर निगम सीमा में शामिल किए गए 29 गांवों के विकास के लिए भी एक माह के भीतर कार्य योजना तैयार कर ली जाएगी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि इंदौर देश के मध्य में स्थित है। इसका सुनियोजित विकास होगा, तो इसका लाभ अन्य राज्यों को भी मिलेगा। प्रस्तावित इंदौर मेट्रोपोलिटन सिटी एवं आसपास के क्षेत्र के चहुंमुखी विकास के लिए जल्द से जल्द कार्ययोजना तैयार की जाए। एलआईजी से नवलखा तक प्रस्तावित एलिवेटेड ब्रिज के बजाय आवश्यकतानुसार जंक्शनों पर छह और ब्रिज बनाए जाएं।
अन्य शहरों को भी हम महानगर बनाएंगे

 प्रदेश के चार शहरों को महानगर बनाने की आउटलाइन बनाई है। उसमें इंदौर-उज्जैन की फिजिबिलिटी रिपोर्ट सबसे अच्छी है। अन्य शहरों को भी हम महानगर बनाएंगे। इंदौर में रेल, हवाई और सड़क कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएंगे। मैने अफसरों को नगरीय निकायों और ग्रामीणों निकायों के बीच तालमेल बनाकर काम करने के लिए कहा है।

इंदौर- उज्जैन। प्रदेश की मोहन सरकार इंदौर को महानगर बनाने के लिए कवायद कर रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यह स्पष्ट किया है कि इंदौर को जल्द ही महानगर के रूप में विकसित किया जाएगा लेकिन इसमें उज्जैन, देवास और धार के भी कुछ हिस्से समाहित होंगे।

उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि  मेट्रोपोलिटन सिटी के अंतर्गत प्रदेश के चार बड़े शहरों में इंदौर-उज्जैन की फिजिबिलिटी रिपोर्ट सबसे अच्छी आई है। सिंहस्थ यानी वर्ष 2028 से पहले इंदौर-उज्जैन के बीच मेट्रो और वंदे मेट्रो ट्रेन चलने लगेंगी। सीएम ने कहा, इंदौर में प्रस्तावित एलिवेटेड ब्रिज की जगह अब फ्लाईओवर बनाए जाएंगे। इंदौर नगर निगम सीमा में शामिल किए गए 29 गांवों के विकास के लिए भी एक माह के भीतर कार्य योजना तैयार कर ली जाएगी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि इंदौर देश के मध्य में स्थित है। इसका सुनियोजित विकास होगा, तो इसका लाभ अन्य राज्यों को भी मिलेगा। प्रस्तावित इंदौर मेट्रोपोलिटन सिटी एवं आसपास के क्षेत्र के चहुंमुखी विकास के लिए जल्द से जल्द कार्ययोजना तैयार की जाए। एलआईजी से नवलखा तक प्रस्तावित एलिवेटेड ब्रिज के बजाय आवश्यकतानुसार जंक्शनों पर छह और ब्रिज बनाए जाएं।
अन्य शहरों को भी हम महानगर बनाएंगे

 प्रदेश के चार शहरों को महानगर बनाने की आउटलाइन बनाई है। उसमें इंदौर-उज्जैन की फिजिबिलिटी रिपोर्ट सबसे अच्छी है। अन्य शहरों को भी हम महानगर बनाएंगे। इंदौर में रेल, हवाई और सड़क कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएंगे। मैने अफसरों को नगरीय निकायों और ग्रामीणों निकायों के बीच तालमेल बनाकर काम करने के लिए कहा है।

सिंहस्थ से पहले हो नदी शुद्धिकरण और सड़कों के काम

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि सिंहस्थ मेले में इंदौर से होकर ही ज्यादातर लोग उज्जैन जाते है। इस कारण उन कामों को प्राथमिकता दी जाएगी। कान्ह नदी शुद्धिकरण का काम भी प्रभावी तरीके से होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने मास्टर प्लान मार्गों के निर्माण, नए बस स्टेशन का संचालन शुरू करने के लिए भी कहा है। अफसरों ने बताया कि सिंहस्थ से पहले रिजलाय गांव से रेवती गांव तक अहिल्या पथ का निर्माण होगा। इस सड़क को बनाने में चार सौ करोड़ रुपये खर्च होंगे।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि सिंहस्थ मेले में इंदौर से होकर ही ज्यादातर लोग उज्जैन जाते है। इस कारण उन कामों को प्राथमिकता दी जाएगी। कान्ह नदी शुद्धिकरण का काम भी प्रभावी तरीके से होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने मास्टर प्लान मार्गों के निर्माण, नए बस स्टेशन का संचालन शुरू करने के लिए भी कहा है। अफसरों ने बताया कि सिंहस्थ से पहले रिजलाय गांव से रेवती गांव तक अहिल्या पथ का निर्माण होगा। इस सड़क को बनाने में चार सौ करोड़ रुपये खर्च होंगे।