धोखाधड़ी की राशि से खरीदी 88 लाख की 2 कार 18 करोड़ का लोन दिलाने के नाम पर ठगे थे 2.87 करोड़
दैनिक अवन्तिका ब्रह्मास्त्र
उज्जैन। फार्मा कंपनी के पार्टनर के साथ 18 करोड़ का लोन दिलाने के नाम हुई 2.87 करोड़ की धोखाधड़ी के आरोपी को पुलिस अमेठी से गिरफ्तार कर उज्जैन लाई है। जिसे सोमवार को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है। आरोपी ने ठगी की राशि से 2 फार्च्यूनर खरीदी ली थी। जिसे जप्त किया गया है।
लक्ष्मीनगर महावीर मंदिर के पास रहने वाले सुनील कुमार पिता हीरालाल जैन उद्योगपुरी में बोकेम पेरेंटल प्रायवेट लिमिटेड एंड बोकेम हेल्थ केयर प्रायवेट लिमिटेड में पाटर्नर है। 4 अगस्त को माधवनगर थाने पर शिकायती आवेदन देकर बताया था कि वर्ष 2022 में कंपनी के कारोबार को बढ़ाने के लिये रूपयों की आवश्यकता थी। पूर्व में उनकी फार्मा कंपनी में अकाउंटेट रहे चुके पटना में रहने वाले परिचित अमित कुमार ने राजभवन पिता नन्हेप्रसाद यादव निवासी गौरीगंज अमेठी उत्तर प्रदेश से संर्पक कराया। राजभवन ए.के. फ्लोर मिल एवं लक्ष्मी ट्रेडर्स नाम से व्यापार करने के साथ फायनेंस का काम करता है। उसने चर्चा के बाद 18 करोड़ का लोन दिलाने की बात कहीं। उसने अमेठी बुलाया जहां लोन की राशि 36 माह 15 दिन में लौटने की बात तय हुई। राजभवन में कमीशन के रूप में 60 लाख रूपये मांगे। उज्जैन आने पर बैंक आॅफ इंडिया दशहरा मैदान की शाखा से 22 जून 2022 को आटीजीएस कर दिये। उसके 2 दिन बाद 20 लाख की मांगे, वह भी आरटीजीएस किये गये। कुछ समय बाद अलग-अलग राशि आॅनलाइन, आरटीजीएस के साथ नगद दी गई। करीब 2 करोड़ 87 लाख रुपये देने के बाद भी लोन नहीं दिलाया। पुलिस ने आवेदन की जांच शुरू करने के बाद मामले में करोड़ो की धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया। टीआई राकेश भारती ने एक टीम धोखाधड़ी करने वाले राजभवन यादव की तलाश में अमेठी जहां से गिरफ्तार कर उज्जैन लाया गया। रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई। सोमवार को रिमांड खत्म होने पर आरोपित को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है।
एक कार खरीदी, दूसरी झांसा देकर ली
अमेठी से गिरफ्त में आये 2.87 करोड़ की धोखाधड़ी से रिमांड अवधि के दौरान पूछताछ में सामने आया कि उसने ठगी की राशि से एक 44 लाख की फार्च्यूनर कार खरीदी थी। दूसरी उसने सुनील कुमार को झांसा देकर नई ली थी। ठगी की शेष राशि उसने अपने व्यवसाय और कामकाज में खर्च कर दी है। टीआई राकेश भारती ने बताया कि ठगी की राशि से ली गई दोनों कार जप्त करने के साथ आरोपी से नगद 5 लाख रूपये बरामद किये गये है। 18 करोड़ का लोन प्राप्त करने के एवज में सुनील कुमार जैन ने बैंक आॅफ इंडिया दशहरा मैदान शाखा के पांच चैक भी दिये थे। पुलिस द्वारा चैक भी बरामद किये जाना सामने आये।
बॉक्स
35 करोड़ चैक मामले में गिरफ्तार हुआ था फरियादी
18 करोड़ लोन के नाम पर 2 करोड़ 87 लाख की धोखाधड़ी का शिकार ुहुआ सुनील कुमार जैन भी नवंबर 2022 में 35 करोड़ के चेक मामले में इंदौर खजराना पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। उस दौरान सामने आया था कि बोकेम पेरेंटल प्रायवेट लिमिटेड के संचालक सुनील कुमार जैन ने 35 करोड़ का चेक के.एम. दस्तुर रि-इंश्योरेंस प्रा.लि. कंपनी के नाम से खराजाना क्षेत्र के एक बैंक को क्लीयर कराने के लिये दिया था। मामले में शंका होने पर बैंक संचालको ने उक्त कंपनी के अन्य संचालको से संपर्क किया था सामने आया था कि कोई चेक जारी नहीं किया गया है। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए अमेठी उत्तर प्रदेश के चार आरोपी शमीम अहमद, अवधेन्द्र वर्मा, जितेन्द्र कुमार यादव और रामगोपाल जयसवाल को गिरफ्तार किया था। चारों से पूछताछ के बाद सुनील कुमार जैन की गिरफ्तारी भी की गई थी।