आज दिन के 12 बजे से घाटों पर स्नान प्रतिबंधित, दीपोत्सव रात 8 बजे के बाद ही जनता देख सकेगी
उज्जैन। दीपोत्सव और विश्व रिकॉर्ड के बारे में उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि हमारी पूरी तैयारी हो गई है। घाटों पर 14 लाख दीये लगाए जाएंगे। इसके लिए सारे वालंटियर्स की पहचान, उनकी ट्रेनिंग, उनको आई कार्ड आदि सारी व्यवस्थाएं कर दी गई है। उन्होंने कहा कि मैं जनता से अपील करना चाहूंगा कि चूंकि 7.30 से 8 तक दीप उत्सव से संबंधित सारे कार्यक्रम चलेंगे। रिकॉर्ड बनाने के लिए आवश्यक है कि वहां पर और लोग मौजूद न हो, इसलिए मैं जनता से अपील करूंगा कि कृपया घाटों पर रात को 8 बजे के बाद ही आएं दीपोत्सव देखने के लिए। क्योंकि, उसके पहले शहर के सारे रूट्स बंद कर दिए जाएंगे। इसके अलावा 28 फरवरी सोमवार 12 बजे तक जितने भी दीये हैं, वह घाटों पर लगा दिए जाएंगे। जो मुख्य घाट है, जिनमें सुनहरी घाट, रामघाट, दत्त अखाड़ा घाट, केदारेश्वर घाट है,अत: अपरान्ह 12 बजे के बाद अगर कोई स्नान के लिए आना चाहे तो कर्कराज या भूखी माता घाट का उपयोग करें। क्योंकि रामघाट आदि पर दीये लगे होंगे, तो जगह नहीं होगी। इसलिए भूखी माता घाट और कर्कराज घाट का ही इस्तेमाल करें। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का शेड्यूल आने के बाद और व्यवस्थाएं तय की जाएंगी।
इस तरह बनेगा विश्व रिकॉर्ड…
उज्जैन नगर निगम आयुक्तअंशुल गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के संकल्प अनुसार और कलेक्टर साहब के गाइडेंस में नगर निगम, स्मार्ट सिटी और महिला बाल विकास की टीम पिछले 5 दिनों से तैयारी कर रही है। विश्व रिकॉर्ड देखने वाली टीम भी आ गई है। उनके सुझाव के अनुसार ही व्यवस्था की जा रही है। दीये के लिए भी कपूर, बत्ती, माचिस आदि का भी इंतजाम किया गया है।महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि इसमें दीये पहले लगाने पड़ रहे हैं, क्योंकि एक-एक दीये की काउंटिंग होगी। इसलिए हमारा प्रयास है कि 12 बजे तक हम सारे दीये लगवा दें। दीये जलने के बाद ड्रोन कैमरे के जरिए एक-एक दीये की काउंटिंग होगी। इसीलिए दीये जलाने वाले जो वालंटियर हैं वह दीये जलाने के बाद 15 मिनट के लिए पीछे हट जाएंगे, ताकि दीयों की काउंटिंग व्यवस्थित ढंग से हो सके। यदि व्यक्ति की छाया वीडियो पर पड़ी तो ब्लैक स्पॉट हो जाएगा और दीये की काउंटिंग नहीं हो पाएगी। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में नदियों की काउंटिंग होने के आधा घंटे बाद विश्व रिकॉर्ड घोषित हो जाएगा। आम जनता के लिए क्या व्यवस्था है, इसके लिए निगम आयुक्त ने कहा कि इसमें जनता ही तो शामिल है। 12000 लोग घाट पर दीये जलाने ही तो आ रहे हैं। इस पूरे आयोजन का प्रसारण होगा और फेसबुक लाइव भी रहेगा। 13000 स्वयंसेवकों के अलावा और भी लोग होंगे। लोग घर-घर भी दीये जलाएंगे। व्यापारियों से भी अपील की गई है कि वह अपने संस्थान तथा दुकानों पर भी दीये जलाएं।