स्मार्ट सिटी का यूडीए प्रशासनिक जोन यूडीए परिसर क्लीन,सार्वजनिक पूरा क्षेत्र गंदगी से रंगीन -नालियां जाम , सार्वजनिक क्षेत्र में पुरा गंदगी और जंगली घास का आयाम
दैनिक अवंतिका उज्जैन
उज्जैन। स्मार्ट सिटी उज्जैन का आलम भी कुछ निराला ही है। यहां दो प्रशासनिक स्थल हैं। वैसे एक प्रशासनिक संकुल के नाम से जाना जाता है और दुसरा प्रशासनिक जोन के नाम से। संकुल के क्षेत्र में तो अच्छी सफाई हो जाती है लेकिन जोन के क्षेत्र में इस विकसित करने वाला यूडीए परिसर तो क्लीन रहता है और उसके सामने भी सुंदरता है शेष क्षेत्र गंदगी से रंगीन है। इसे लेकर किसी को कोई फर्क नहीं पड रहा है। भरतपुरी प्रशासनिक जोन विकास प्राधिकरण की महती योजनाओं में से एक रहा है। एक समय जिला कलेक्टोरेट को भी यहीं लाने के लिए जमीन का आवंटन किया गया था। बाद में तत्कालीन कलेक्टर विवेक अग्रवाल ने यहां आने से इंकार कर दिया था। विकास प्राधिकरण ने एक ही क्षेत्र में पूरे प्रशासन के विभिन्न विभागों के लिए यहां भूखंडों की योजना को साकार रूप दिया था लेकिन प्रशासन के कुछ ही विभागों ने इसका उपयोग किया। केंद्र के प्रमुख विभागों ने शुरूआत से ही योजना को आधार दिया और वर्षों पूर्व अपने भवन बनाकर यहां से अपना प्रशासन शुरू कर दिया।ये हैं प्रशासनिक जोन के हाल-देवास रोड से एमआर-2 से इसकी शुरूआत होती है और ट्रेफिक थाना पर जाकर इसके क्षेत्र का अंत होता है। करीब एक किलोमीटर लंबे और इतने ही चौडे क्षेत्र में ये फैला है। इस्कान मंदिर भी इसी क्षेत्र में विद्यमान है। प्रशासनिक जोन में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक परिसर के बाहर देवास रोड एवं एमआर-2 की और जंगली पेड पौधों की स्थितियां साफ तौर पर देखी जा सकती है। इसकी पीछे सामाजिक शोध संस्थान क्षेत्र में नालियों की सफाई का अभाव,जाम नालियों और वर्षा का जल जमाव आम है। यहीं स्थिति देवास रोड भविष्य निधि कार्यालय से इस्कान मंदिर से पूर्व तक एवं मंदिर के बाद पूरे क्षेत्र में नालियों के जाम और जंगली घास,फूस,पौधों से भरा पडा है। इस्कान मंदिर के पीछे वाले क्षेत्र में मंडी बोर्ड कार्यालय,अपेक्स बैक वाले क्षेत्र में भी करीब यही स्थिति कायम है। भारतीय जीवन बीमा निगम से लेकर पंजीयन मुद्रांक कार्यालय तक सडक के हाल बूरे हैं तो नालियों में बारिश के पानी से मच्छरों की पैदावार बढाने में सहायक हो रही हैं। सबसे बूरे हाल पुराने पंजीयन कार्यालय वाले मार्ग पर हैं यहां नालियां तो जाम हैं ही सडक के बूरे हाल हैं। नालियों के जाम होने से बरसात का पानी जमा हो रहा है और उसमें पनप रहे मच्छरों से कार्यालयीन कर्मी के साथ आगंतुक काफी प्रभावित हैं। पुराने पंजीयन कार्यालय के आसपास बने काम्पलेक्स में दुकानों पर पंजीयन एवं अन्य कार्यालय दुकानें संचालित होती हैं वे भी इस गंदगी से प्रभावित हैं कुछ परिसर बेहद सुंदर-विकास प्राधिकरण का नया भवन परिसर बेहद सुंदर है उसके 70 कर्मचारी 3 परिसरों में काम करते हैं,लेकिन इसके सामने के हिस्से में ही यह स्थिति है। पीछे के एक और यहां भी पर्याप्त साफ सफाई का अभाव है। पुराने पंजीयन कार्यालय क्षेत्र की स्थिति भी ठीक नहीं है। एमआर-2 के इसके पुराने भवन में सामने परिसर में सामान्य स्थिति है। भवन के पिछे और एक और भोज मुक्त कार्यालय के पास हालत बूरे हैं।जीवन बीमा निगम परिसर सामान्य है। आयकर एवं केंद्रीय कस्टम कार्यालय सुंदर ही नहीं व्यवस्थित भी हैं।इसके पास नेशनल इंश्योरेंस का भवन परिसर भी स्वच्छ है। पूरे प्रशासनिक जोन के साथ इस क्षेत्र में भी नालियां पूरी तरह से जाम और टूटी हुई हैं।नगर निगम लेता है संपत्तिकर-विकास प्राधिकरण सहित सभी कार्यालय क्षेत्र से नगर निगम को संपत्तिकर एवं पानी का बिल अदा करते हैं लेकिन पूरे क्षेत्र की स्थिति से साफ है कि यहां सफाई के हाल बूरे पडे हैं।-हमारे 3 भवनों का हम संपत्तिकर बराबर देते हैं। शेष कार्यालयों से भी विभागीय भवन हैं तो वहां से भी संपत्तिकर दिया जाता होगा। हमारे भवन के पीछे ही हमने गार्डन डेवलप कर नगर निगम को दिया है। 3 भवन के कार्यालय क्षेत्र में संधारण साफ सफाई के लिए हमारे पास 70 कर्मचारी हैं। नगर निगम को क्षेत्र हस्तांतरित हुआ है कि नहीं ये देखकर ही बता सकुंगा।-के सी पाटीदार, कार्यपालन यंत्री , उज्जैन विकास प्राधिकरण ,उज्जैन