बगैर अधिकार सैंपलिंग के नाम पर व्यापारियों को थाने बैठा रही थी पुलिस
मुख्यमंत्री के निर्देश पर आला अधिकारियों ने की सियागंज के व्यापारियों के साथ बैठक
ब्रह्मास्त्र इंदौर। सियागंज व्यापारी एसोसिएशन और अन्य सहयोगी संगठनों के व्यापारियों के साथ रेसीडेंसी कोठी में संभागायुक्त डॉक्टर पवन शर्मा की अध्यक्षता में प्रशासन के आला अधिकारियों ने बैठक की। बैठक में उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर प्रवास के दौरान विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित व्यापारियों की शिकायतों को गंभीरता से लिया था।
हेलीपैड में उन्होंने संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा और कलेक्टर मनीष सिंह को निर्देश दिए थे और कहा था कि प्रशासन व्यापारियों के साथ बैठकर बात करे।
रेसीडेंसी कोठी में आयोजित बैठक में संभागायुक्त डॉक्टर पवन शर्मा कलेक्टर मनीष सिंह, एडिशनल पुलिस कमिश्नर एवं इंदौर के प्रभारी पुलिस कमिश्नर मनीष कपूरिया एवं व्यापारी संगठन के रमेश खंडेलवाल सहित बड़ी संख्या में अन्य व्यापारी गण बैठक में उपस्थित थे।
बैठक के प्रारंभ में कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गत दिवस व्यापारियों के द्वारा की गई शिकायतों संबंधी ख़बरों पर गहरी नाराज़गी जतायी थी। उन्होंने कहा था कि इंदौर में सियागंज क्षेत्र व्यापार की रीढ़ है। इन्दौर के व्यापारियों को भयमुक्त वातावरण मिलना चाहिए। उनके व्यापार में कोई अवरोध नहीं होना चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि कोरोना काल में इंदौर के व्यापारियों ने बढ़ चढ़कर साथ दिया है। व्यापार में यदि कहीं कोई दिक़्क़त आ रही है तो उन्हें परस्पर समन्वय से दूर किया जाएगा। कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा अगर गलतियां की गई है तो उसे समूचे तंत्र से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।
व्यापारियों की ओर से मुख्य रूप से बोलते हुए रमेश खंडेलवाल ने कहा कि पुलिस द्वारा आए दिन व्यापारियों से सैंपलिंग के नाम पर परेशानी पैदा की जाती है। व्यापारियों का कहना था कि पुलिस को सैंपलिंग का अधिकार नहीं है। यह अधिकार खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के पास है। व्यापारियों द्वारा बैठक में यह भी अवगत कराया गया कि कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा सैंपलिंग के नाम पर धौंस दी जाती है और व्यापारियों को थाने में बैठाया जाता है।
एडिशनल सीपी मनीष कपूरिया ने बैठक में कहा कि इन सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। संवाद उच्च स्तर पर रखा जाएगा और व्यापारियों को कोई भी असुविधा नहीं होने दी जाएगी।
बैठक का समापन करते हुए संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्रीजी के स्पष्ट निर्देश हैं कि इन्दौर में व्यापार जगत को शासन प्रशासन का पूरा संरक्षण सुनिश्चित होना चाहिए। इस संबंध में दोषियों को चिन्हित भी किया जाएगा। कमिश्नर डॉक्टर शर्मा ने स्वयं सहित कलेक्टर और श्री कपूरिया का नंबर व्यापारियों से साझा किया और कहा कि आपको कोई भी दिक़्क़त हो तो संगठन के पदाधिकारियों द्वारा उन्हें सूचना दी जा सकेगी। श्री शर्मा ने हाल में हुई असुविधा के लिए खेद जताते हुए आश्वस्त किया कि अब भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होने दी जाएगी। बैठक में यह तय किया गया कि पुलिस द्वारा सैंपलिंग का कार्य सीधे नहीं किया जाएगा। यह कार्य केवल खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के इंस्पेक्टर द्वारा किया जाएगा। किसी भी तरह की मिलावट या अन्य किसी गड़बड़ी की सूचना पुलिस को प्राप्त होने पर वे एडीएम को बताएँगे और कार्रवाई छानबीन के बाद संयुक्त दल द्वारा की जाएगी।