संघ चला रहा पंच परिवर्तन अभियान……

भोपाल। संघ अर्थात राष्ट्रीय सेवक संघ इन दिनों पंच परिवर्तन अभियान चला रहा है ताकि समाज में बदलाव लाया जा सके। संघ की शाखाओं में इन दिनों पंच परिवर्तन अभियान के तहत कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इनमें पर्यावरण संरक्षण के पौधारोपण के साथ-साथ प्लास्टिक का उपयोग न करने का संदेश दिया जा रहा है।

कुटुंब प्रबोधन के तहत भोजन भ्रमण, भजन, भाषा का पाठ पढ़ाया जा रहा है। किस तरह हमें सात्विक भोजन करना चाहिए। अपनी मातृभाषा, बोली को नई पीढ़ी से अवगत कराना चाहिए। स्वस्थ मनोरंजन के लिए जीवन में भ्रमण भी आवश्यक है। ऐसी ही समझाइश समरसता की दी जा रही है कि समाज में जाति व्यवस्था तो ठीक है लेकिन जाति भेद नहीं होना चाहिए। जातियां कर्म के आधार पर बनी हैं, जन्म के आधार पर नहीं। स्वदेशी अभियान में भी नई बातें बताई जा रही हैं। स्थानीय, क्षेत्रीय या भारतीय वस्तुओं के इस्तेमाल पर तो जोर देना चाहिए, साथ में हमें बोलचाल की भाषा में भी देशज शब्दों का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके अलावा देसी गाय के उत्पादों को भी स्वदेशी अभियान के तहत महत्व दिया जा रहा है। सबसे महत्वपूर्ण सीख नागरिक दायित्व को लेकर दी जा रही है। लोगों को सिखाया जा रहा है कि यदि वे किसी चौराहे पर खड़े हैं तो उन्हें यातायात नियमों का पालन करना चाहिए। यदि संकेतक लाल हैं तो कभी भी अनदेखी न करें। सार्वजनिक वाहन का अधिकाधिक उपयोग करें। नागरिकों को शासन का सहयोग करने के लिए भी इस अभियान में प्रेरित किया जा रहा है। इसी तरह शासकीय संपत्ति को किसी भी तरह का नुकसान न पहुंचाने की भी समझाइश दी जा रही है। दरअसल, इस अभियान के पीछे संघ की सोच है कि समाज के सहयोग से ही समाज में परिवर्तन लाया जा सकता है। इसी वजह से संघ इसे सामाजिक अभियान बनाना चाह रहा है।