साइबर ठगों ने बनाया सेवानिवृत्त शिक्षक को शिकार…33 लाख वसूले

इंदौर। इंदौर में साइबर ठगों ने एक सेवानिवृत्त शिक्षक को अपना निशाना बनाते हुए तैतीस लाख रुपए ठग लिए।
पुलिस ने बताया कि अपराधियों ने सीबीआई अफसर बनकर बात की और ड्रग्स, नकली पासपोर्ट, फर्जी एटीएम केस में गिरफ्तार करने की धमकी देकर 33 लाख रुपये वसूल कर लिए। शिक्षक एक वर्ष पूर्व ही सेवानिवृत्त हुए हैं। उन्हें लीवर में गंभीर बीमारियां हैं। एडिशनल डीसीपी (अपराध) राजेश दंडोतिया के मुताबिक,  सेवानिवृत्त शिक्षक के मोबाइल पर अनजान नंबर से काल आया था। ठग ने कहा- तुम्हारे द्वारा मलेशिया भेजे गए पार्सल में 58 फर्जी एटीएम कार्ड, 16 फर्जी पासपोर्ट और 140 ग्राम एमडीएम ड्रग्स मिली है।
बुजुर्ग द्वारा इनकार करने पर ठग ने धमकाया और कहा- पार्सल पर तुम्हारा आधार नंबर लिखा हुआ है। आगे की पूछताछ के लिए ठग ने फर्जी सीबीआई अफसर को कॉल ट्रांसफर कर दी। उसने रौबदार आवाज में बुजुर्ग से कहा- तुम्हारे खिलाफ सीबीआई ने केस दर्ज किया है। सुबह दिल्ली उपस्थित होना पड़ेगा। अन्यथा तुम्हारे खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया जाएगा। सीबीआई और गिरफ्तारी के नाम से बुजुर्ग घबरा गए। उन्होंने कहा कि शारीरिक रूप से कमजोर हूं। बाहर आना-जाना नहीं कर सकता हूं। फर्जी सीबीआई अफसर ने वाट्सएप पर वीडियो कॉल लगाया और उनसे पूछताछ करने लगा। आरोपित ने कहा- तुम्हारे बैंक खातों का सत्यापन करना आवश्यक है। आरोपियों ने बुजुर्ग को बैंक जाने का आदेश दिया। बुजुर्ग से चार बार में 33 लाख रुपये अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर करवा लिए। उनसे कहा कि चार से पांच दिन में राशि पुन: जमा करवा दी जाएगी। ठग ने यह भी कहा कि वह तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या एसडीओपी कार्यालय पहुंचे और उनकी बात करवा दें। पीड़ित कनाड़िया थाने पहुंचे तो पुलिसकर्मियों ने बताया उनके साथ धोखा हुआ है। रुपये तो ठग के खातों में चले गए हैं। एडीसीपी के मुताबिक पुलिस ने शिकायत मिलते ही कार्रवाई शुरू की और 12 लाख 50 हजार रुपये फ्रीज करवा दिए।