अनंत चतुदर्शी परंपरा कायम रखेगा नगर निगम-पीएचई विभाग राम-लक्ष्मण करेगें राक्षस का वध, पर्वत पर शिव-पार्वती का नृत्य
दैनिक अवन्तिका उज्जैन । 10 दिवसीय भगवान गणेश की आराधना का पर्व 17 सितंबर को पूरा हो रहा है। बप्पा की विदाई में इस बार भी नगर निगम और पीएचई विभाग अनंत चतुदर्शी चल समारोह की परंपरा को कायम रखेगा। दोनों विभाग धार्मिकता पर आधारित झांकियों का निर्माण कर रहे है।
धार्मिक नगरी में अनंत चतुदर्शी पर सालों से बप्पा की विदाई बड़े ही धूमधाम के साथ झिलमिलाते झांकियों के कारवें के साथ की जाती है। इस बार भी 17 सितंबर की रात चामुंडा माता चौराहा से विदाई चल समारोह शुरू होगा। जिसमें परंपरा को कायम रखते हुए नगर निगम और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) अपनी भूमिका का निभाने जा रहा है। नगर निगम द्वारा 35-35 फीट की ट्रालियों में झांकियों का निर्माण कर रहा है। पीएचई विभाग की ट्राली 31-31 फीट की होगी और साथ में गणेश जी का रथ होगा। नगर निगम में संतोष आर्ट गुदरी बाजार के कलाकार अशोक राव ने बताया कि पहली ट्राली में कृष्ण लीला को प्रदर्शित कर रहे है। दूसरी ट्राली में भगवान राम-लक्ष्मण को राक्षस सुबाहू और मारीज का वध करते दिखाया जायेगा। 10 हजार छोटे-बड़े बल्बों से सजी झांकी आकर्षण का केन्द्र होगी। पीएचई विभाग के शैलेन्द्रसिंह ने बताया कि इस बार प्रथम झांकी में समुद्र मंथन का आकर्षक दृश्य होगा। जिसे इलेक्ट्रिानिक मशीनों के द्वारा तैयार किया जा रहा है। दूसरी झांकी में शिव-पार्वती नृत्य का परिदृश्य होगा। भगवान शिव और माता पार्वती कैलाश पर्वत पर नृत्य करते दिखाई देगें। जिनमें प्रसन्न होकर भगवान गणेश अपने वाहन के साथ और कार्तिकेय अपने वाहन मयुर के साथ नृत्य करते दिखाई जायेगें। दोनों झांकी में 30 हाई मास्क के साथ 5 हजार बडे बल्ब और 80 हजार एलईडी बल्व लगाये जायेगें। जो देखने वालों का मनमोह लेगें। विदित हो कि नगर निगम 60 वर्षो से और पीएचई विभाग 53 वर्षो से बप्पा के विदाई चल समारोह अंनत चतुदर्शी की परंपरा को बनाये हुए है।
रातभर निकलता था झांकियों का कारवां
वर्ष 2000 से पहले धार्मिक नगरी में अनंत चतुदर्शी का चल समारोह रातभर निकलता था। शहर ही नहीं प्रदेश के कई जिलों से झांकियां देखने लोग पहुंचते थे। उस दौरान हीरामिल, इंदौर टेक्सटाईल्स मिल, विनोद मिल, रोडवेज, श्री सिथेंटिक्स, पाइप फैक्ट्री, पीएचई विभाग, नगर निगम, बडवासी नवयुक मंडल, कृषि उपज मंडी सहिंत अन्य संस्थाओं की 25 से अधिक झांकियां कारवे में शामिल होती थी। समय के साथ मिल, फैक्ट्री, उद्योग बंद होने के साथ मंहगाई बेतहाशा होने पर अनंत चतुदर्शी चल समारोह की रंगत फिकी होती चली गई। बावजूद परंपरा अब भी कायम है। लोगों को सालभर बप्पा की विदाई पर निकलने वाली झांकियों का इंतजार रहता है।
23 मार्गो का यातायात रहेगा परिवर्तित
अनंत चतुदर्शी पर रात 9 बजे बाद चामुंडा माता चौराहा से शुरू होने वाले चल समारोह का मार्ग देवासगेट, मालीपुरा, दौलतगंज, फव्वारा चौक, नईसड़क, कंठाल के साथ सतीगेट, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा, महाकाल घाटी बेगमबाग का रहेगा। जिसको देखते हुए 23 मार्गो का यातायात परिवर्तित किया जायेगा। यातायात डीएसपी दिलीपसिंह परिहार ने बताया कि झांकियों के मार्ग पर वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी। चल समारोह के दौरान कोयला फाटक, प्रेमछाया परिसर, सुभाष मार्ग टर्निंग, मंडी गेट चौराहा, देवासगेट, इंदौरगेट, कंठाल, तेलीवाडा चौराहा, कमरी मार्ग, टंकी चौराह, गुदरी चौराहा, गणगौर दरवाजा, पानदरीबा, हरसिद्धी पाल, यादव धर्मशाला बेगमबाग, हरिफाटक टी मार्ग पर यातायात डायवर्ट किया जायेगा।
बड़ी गणेश प्रतिमा होगी चल समारोह में
रात में निकलने वाले चल समारोह में झांकियों के साथ भगवान चिंतामण गणेश की झांकी शामिल होगी वहीं शहर के पांडालों में विजराजित की गई बड़ी गणेश प्रतिमाओं को भी शामिल किया जायेगा। जिससे चल समारोह का स्वरूप बड़ा हो जायेगा। चामुंडा माता चौराहा से शुरू होने वाले चल समारोह में शहर के चारों ओर से बड़ी प्रतिमा पहुंचेगी। जिसकी सुरक्षा की कमान पुलिस जवानो की रहेगी।