कल अनंत चतुर्दशी….गाजे बाजे के साथ विदाई देंगे बप्पा को
उज्जैन। कल 17 सितंबर को अनंत चतुर्दशी है। इस अवसर पर जहां ढाबा रोड अनंत पेठ स्थित भगवान अनंत नारायण के मंदिर में भक्तों का तांता लगेगा तो वहीं सुबह से लेकर शाम तक श्रद्धालुओं और सामाजिक, सांस्कृतिक संस्थाओं द्वारा गाजे बाजे के साथ गणपति बप्पा को विदाई दी जाएगी। 18 तारीख से श्राद्ध पक्ष की शुरुआत होगी।
ज्योतिषाचार्यों ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार अनंत चतुर्दशी को एक शुभ दिन माना जाता है। इस दिन जो लोग व्रत रखते हैं और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं, उन्हें अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की 14वीं तिथि को प्रतिवर्ष मनाई जाने वाली अनंत चतुर्दशी, भगवान गणेश की मूर्ति के विसर्जन के साथ ही गणेश विसर्जन के साथ ही मनाई जाती है।
ज्योतिषाचार्यों ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार अनंत चतुर्दशी को एक शुभ दिन माना जाता है। इस दिन जो लोग व्रत रखते हैं और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं, उन्हें अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की 14वीं तिथि को प्रतिवर्ष मनाई जाने वाली अनंत चतुर्दशी, भगवान गणेश की मूर्ति के विसर्जन के साथ ही गणेश विसर्जन के साथ ही मनाई जाती है।
महत्व
अनंत चतुर्दशी आध्यात्मिक साधना के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन अपनी पढ़ाई शुरू करने वाले छात्रों को अपने विषयों का गहन ज्ञान प्राप्त होता है।धन की चाह रखने वालों को समृद्धि प्राप्त होगी और ईश्वरीय निकटता की इच्छा रखने वाले भक्तों को अनंत ईश्वरीय उपस्थिति का आशीर्वाद मिलेगा। प्राचीन किंवदंतियों के अनुसार, अपने वनवास के दौरान, पांडवों ने द्रौपदी के साथ, अपने कष्टों को दूर करने और अपने खोए हुए राज्य और समृद्धि को पुनः प्राप्त करने के लिए अनंत व्रत (व्रत) का पालन करने की सलाह दी थी। माना जाता है कि इस व्रत का पालन करने से व्यक्ति की इच्छाओं के अनुसार स्थायी फल मिलता है।