बिनोद मिल के श्रमिकों को – मुख्यमंत्री से भरोसा तो मिल गया, अब भुगतान हो जाए तब बात बने
आश्वासन का लॉलीपॉप तो कई बार मिल चुका, सरकार और उज्जैन प्रशासन अदालती आदेश को भी कर चुका नजरअंदाज
ब्रह्मास्त्र उज्जैन। बिनोद मिल श्रमिकों के प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भरोसा तो मिल गया पर अब भुगतान भी हो जाए, तब बात बने। दरअसल, पिछले 30 सालों से बिनोद मिल के श्रमिकों को सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। एक बार फिर मुख्यमंत्री ने भुगतान का आश्वासन दिया है, लेकिन ऐसे कई आश्वासन झेल चुके श्रमिकों को अब तभी विश्वास होगा जब उनके खाते में रुपया आ जाएगा यानी भुगतान हो जाएगा। ऐसा इसलिए भी क्योंकि अब तक तो सरकार और प्रशासन अदालत के आदेश को भी नजरअंदाज करता रहा है। मुख्यमंत्री ने कल उज्जैन आगमन पर श्रमिकों से मिलते हुए उनसे वादा किया है कि जल्द ही उन्हें भोपाल बुलाकर भुगतान के बारे में निर्णय लिया जाएगा। इधर मजदूरों ने कहा कि जब तक भुगतान नहीं होता वे धरना जारी रखेंगे। मंगलवार को श्रमिकों का प्रतिनिधिमंडल सीएम से मिलने के लिए हेलीपेड पर पहुंचा था लेकिन अधिकारियों ने उनसे कहा कि वे उनकी मुलाकात त्रिवेणी संग्रहालय पर करवाएंगे।
वहां प्रतिनिधिमंडल ने सीएम को ज्ञापन सौंपकर मांग दोहराई। सीएम ने भरोसा दिलाया कि जल्द प्रतिनिधिमंडल को भोपाल बुलाकर निर्णय लेंगे। इस बीच नगर निगम के बाहर श्रमिकों ने अपना धरना छठे दिन भी जारी रखा। ओमप्रकाश भदौरिया ने बताया कि जब तक श्रमिकों का भुगतान नहीं हो जाता तब तक धरना जारी रहेगा।