नाराज शोधार्थी रिहर्सल में काले कपड़े पहनकर पहुंचे
इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के 19 सितंबर को होने वाले दीक्षा समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से उपाधि नहीं मिलने से शोधार्थी नाराज हैं। मंगलवार को रिहर्सल में काले कपड़े पहनकर आए। उन्होंने एक बार फिर कुलगुरु डॉ. रेणु जैन से गुहार लगाई। कुलगुरु ने कार्यक्रम में संशोधन होने से मना कर दिया।
इस पर शोधार्थी विश्वविद्यालय पर दबाव बनाते दिखे। कुछ ने नाराजगी जताते हुए समारोह में शामिल नहीं होने की बात कही। अधिकारी काफी देर तक समझाते रहे, मगर शोधार्थी अड़े रहे। वे चाहते थे कि राष्ट्रपति उपाधि नहीं दे सकती हैं तो कुलाधिपति से डिग्रियां बंटवाएं। मंगलवार को समारोह की तीसरी रिहर्सल हुई। उच्च शिक्षा विभाग के सचिव निशांत वरवडे व पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे। दोपहर 12 बजे रिहर्सल शुरू हुई, जिसमें सबसे पहले विश्वविद्यालय कार्यपरिषद, डीन, अधिकारियों के साथ राष्ट्रपति ने फोटो खिंचवाया। फिर मेरिट विद्यार्थियों और शोधार्थियों के साथ तस्वीर ली गई। बाद में प्रोसेशन सभागृह में प्रवेश किया और अतिथि मंच पर बैठे। कुलसचिव ने समारोह की औपचारिक शुरुआत की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बुधवार और गुरुवार को इंदौर प्रवास के चलते स्वास्थ्य विभाग ने लगभग सभी तैयारी पूरी कर ली है। विभाग ने इमरजेंसी के लिए रेसीडेंसी कोठी और देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के आडिटोरियम में दो आईसीयू तैयार किए हैं। आपातकालीन स्थिति के लिए दो बेड की सुविधा के साथ यह आईसीयू तैयार हैं। इसमें आवश्यक दवाओं के साथ ही आधुनिक जीवनरक्षक सुविधाएं होंगी। अधिकारियों ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना के लिए तीन इमली स्थित विशेष जुपिटर अस्पताल को डीएवीवी के नजदीक होने से और श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, इंदौर-उज्जैन रोड पर होने के चलते तैयार किए गए हैं क्योंकि राष्ट्रपति उज्जैन भी जाएं