रात 10 बजे पुलिस और परिजन हुए रवाना राजस्थान के जयपुर में मिली लापता हुई छटवी की छात्रा
दैनिक अवन्तिका
उज्जैन। स्कूल जाने के लिये निकली कक्षा छटवीं की छात्रा बुधवार को वापस घर नहीं लौटी थी। उसके लापता होने पर थर्ड आई (कैमरों) की मदद लेकर तलाश शुरू की गई। 24 घंटे बाद गुरूवार रात 9 बजे बालिका के राजस्थान के जयपुर में मिलने की खबर सामने आई। पुलिस और परिजन उसे लाने के लिये रवाना हो गये है।
नीलगंगा थाना क्षेत्र के शांतिनगर में रहने वाले प्रजापत परिवार की 12 वर्षीय बालिका ज्ञान सागर स्कूल में कक्षा छटवीं का अध्ययन कर रही है। बुधवार सुबह 7.30 बजे घर से स्कूल जाने के लिये बस स्टॉप के लिये निकली थी। जब दोपहर में छुट्टी होने के बाद घर नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। पता चला कि वह स्कूल नहीं पहुंची थी, ना ही बस में सवार हुई थी। 12 साल की बालिका के लापता होने पर उसकी तलाश शुरू की गई। शाम तक कुछ पता नहीं चलने पर पुलिस को सूचना दी गई। टीआई विवेक कनोडिया ने बताया कि मामले में अपहरण का प्रकरण दर्ज कर बालिका की तलाश शुरू की गई है। पूरे क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरे देख गये है। बालिका रेलवे स्टेशन तक पहुंची थी। जहां सुबह 8.30 बजे के लगभग टिकट खिड़की पर दिखाई दी। उसके बाद राजस्थान की ओर जाने वाली ट्रेन में सवार हो गई। उस रूट पर सभी थानों की पुलिस को बालिका का फोटो और नाम-पता भेजा गया। रात 9 बजे राजस्थान के जयपुर से उसके मिलने की खबर सामने आ गई। उसे जयपुर पुलिस ने बरामद किया है। थाना प्रभारी के अनुसार बालिका को वापस उज्जैन लाने के लिये एक टीम परिवार के साथ रवाना की गई है।
स्कूली ड्रेस बदलने के बाद रास्ते में फेंकी
थाना प्रभारी कनोडिया ने बताया कि 60 से अधिक घरों और प्रतिष्ठानों के साथ स्मार्ट सिटी कैमरों के फुटेज देखने पर बालिका अकेले पैदल जाती दिखाई दी थी, जो अलखधाम कालोनी क्षेत्र तक पहुंची, उस वक्त वह स्कूली ड्रेस में थी। कुछ देर बाद बालिका साधरण कपड़ो में विवेकानंद कालोनी की ओर आती दिखाई दी। अलखधाम कालोनी क्षेत्र में सर्चिंग करने पर उसकी स्कूली ड्रेस एक गली से मिली है। उसके बाद बालिका की लोकेशन थर्ड आई की मदद से रेलवे स्टेशन की होना सामने आई।
परिवार ने बचपन में लिया था गोद
बताया जा रहा है कि बालिका को प्रजापत परिवार के मुखिया ने बचपन में देवास में रहने वाले अपने भाई से गोद लिया था। प्रजापत परिवार में पहले ही 2 बालक है। बालिका को गोद लेने के बाद उसका पालन-पोषण परिवार कर रहा था। जानकारी सामने आई है कि उसे परिवार में इस बात को लेकर ताना दिया जाता था कि उसे गोद लिया है। संभवत: इसी तनाव के चलते बालिका घर से लापता हुई है। जिसके लौटने पर अब पूरा मामलाा साफ हो जायेगा।