फेरी वालों व हाथ ठेलों का राजबाड़ा के आम बाजार में फिर सड़क पर कब्जा
व्यापारियों ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, नगर निगम भी फेरी वालों को हटाने में नाकाम
ब्रह्मास्त्र इंदौर। राजबाडा और उसके आसपास के बाजारों की सड़कों पर एक बार फिर फुटपाथ कारोबारियों द्वारा कब्जा कर व्यापार करने से जाम की स्थिति बन रही है। व्यापारियों का कारोबार प्रभावित हो रहा है। मामले में अब व्यापारियों ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को पत्र लिखकर इस मामले से अवगत कराया है।
दरअसल, फुटपाथ कारोबारियों द्वारा कब्जा कर व्यापार करने के मामले में पिछले साल राजबाडा और उसके आसपास के व्यापारियों ने कई बार शिकायतें की थी। तब भी मामला सीएम हॉउस पहुंचा था और फिर लगातार कार्रवाई कर इन्हें हटाया गया था। इससे पूरा राजबाडा क्षेत्र सड़कों पर किए गए अतिक्रमण से मुक्त हुआ था और सभी बाजारों में ट्रैफिक व्यवस्थित हुआ था। अब फिर से ये फुटपाथ कारोबारी, ठेले वाले आदि यहां काबिज हो गए हैं। इससे न केवल जाम की स्थिति बन रही है बल्कि ग्राहक मुख्य बाजारों में दुकानों तक पहुंच ही नहीं पा रहे हैं।
निगम अधिकारी हो रहे नाकाम
इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अक्षय जैन व सचिव महेश गौर ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बताया कि इंदौर के सबसे व्यस्ततम और आमजन को सबसे उचित मूल्य खरीददारी के लिए शहर के राजबाड़ा से लगे व्यवसायिक मार्केट में आना पड़ता है। ऐसे में इन दिनों सड़क फुटपाथ कारोबारियों को मिले राजनीतिक संरक्षण से सड़क अवरुद्धता बढ़ा दी है। नगर निगम द्वारा पिछले साल इस क्षेत्र के व्यापारिक संगठनों की मांग पर सडक अवरुद्धता का अभियान चलाया और व्यवस्था को कुछ हद तक प्रभावी बनाकर राहत दी थी, लेकिन 15 दिनों से यहां फिर से सड़क कब्जे का धंधा पनप रहा है। इमामबाड़ा, निहालपुरा, पिपली बाजार, सराफा कार्नर, सुभाष चौक क्षेत्र में हाथ फेरी, ठेला लगाने वालों में पनप रहा गैंगवार एक जटिल समस्या बनती जा रही है। निगम के अधिकारी राजनीतिक प्रभुत्वता के दबाव में व्यवस्था प्रबंधन करने में असहाय हो रहे हैं।
व्यापारिक संगठनों का व्यापार प्रभावित
व्यापारियों ने बताया कि राजबाडा से लगे 11 व्यवसायिक संगठन सड़क कब्जे के धंधे से व्यथित हैं। वर्तमान में व्यापार संस्थानों तक ग्राहकों का पहुंचना दूभर हो रहा है।
इंदौर पश्चिम क्षेत्र के सबसे बड़े समन्वयक मार्ग जवाहर मार्ग से पिपली बाजार के बीच सड़क पर फुटपाथ कारोबारी, ऑटो रिक्शाों का खड़े रहना, अव्यवस्थित पार्किंग और दुकानदारों की प्रतिस्पर्धा के कारण सड़कें जाम होती जा रही है।