पबजी की लत ने ली छात्र की जान…परिजनों ने छुड़ाया था मोबाइल
इंदौर। एक छात्र के परिजनों को यह अंदाजा बिल्कुल भी नहीं था कि उनके मोबाइल छीनने से उनके अपना ही बच्चा जान दे देगा। जानकारी के मुताबिक, बाणगंगा थाना क्षेत्र के नंद बाग में रहने वाले 20 वर्षीय छात्र ने मोबाइल छीन जाने पर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने बताया कि, वह मोबाइल में काफी देर तक पबजी गेम खेलता था। इसके चलते ना तो ठीक से पढ़ाई करता था और न ही ठीक से खाना खाता था। उसे पबजी की लत लग चुकी थी। जिसकी वजह से मां ने उसका मोबाइल छीनकर घर में रख लिया था। मृतक पिछले कुछ दिनों से लगातार परिजनों से मोबाइल वापस मांग रहा था। लेकिन उसकी पबजी छुड़ाने के लिए उन्होंने उसे मोबाइल नहीं दिया। इसी बात से नाराज होकर युवक ने आत्महत्या कर ली।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि, मोबाइल छीने जाने के बाद से ही छात्र अपने परिजनों से नाराज था। मोबाइल वापस नहीं मिलने की वजह से उसने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जान दे दी।
परिजनों के मुताबिक, जहरीला पदार्थ खाने से उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस को अस्पताल से ही घटना की जानकारी मिली। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। बाणगंगा पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की हर संभावित एंगल से जांच शुरू कर दी है।
गेमिंग की लत बन रही चुनौती
डिजिटल गेमिंग की लत लगातार एक चुनौती बनती जा रही है। इससे बचने के लिए माता-पिता और अभिभावकों को अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए और उन्हें गेमिंग की लत से बचाने के लिए कदम उठाने चाहिए। यह समय है कि हम डिजिटल गेमिंग की लत के बारे में जागरूकता बढ़ाएं और बच्चों को स्वस्थ ऑनलाइन आदतें विकसित करने में मदद करें।
गेमिंग की लत के संकेत
लंबे समय तक गेम खेलना।
गेम खेलने की मजबूरी।
गेम खेलने के कारण स्कूल या काम में कमी आना।
गेम खेलने के कारण लोगों से खुद को अलग रखना।
बच्चों को गेमिंग की लत से ऐसे बचाएं
समय-सीमा निर्धारित करें।
ऑनलाइन गतिविधियों पर निगरानी रखें।
अच्छी ऑनलाइन आदतें विकसित करने में मदद करें।
गेमिंग की लत के संकेतों को पहचानें और सहायता लें।