बीएसएनएल ने लगाया फिर से दम….निजी कंपनियों की कमर तोड़ी, एमपी में ही तीन लाख से अधिक कस्टमर्स बनाए, पोर्ट कराने वालों की भी कमी नहीं
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उज्जैन-इंदौर। कभी बीएसएनएल का राज देश भर मंे था क्योंकि टेलीफोन के जमाने में एक मात्र यही सरकारी कंपनी विश्वास पात्र थी वहीं लोग भी इसी पर विश्वास इसलिए करते थे कि सरकारी सेवाओं में किसी तरह से कमी नहीं आती है हालांकि समय के थपेड़ों के साथ जब निजी कंपनियां बाजार में उतरी तो बीएसएनएल दम तोड़ने लगी।
लेकिन मौजूदा समय में एक बार फिर बीएसएनएल ने दम लगाया है क्योंकि जिस तरह से निजी कंपनियों के टैरिफ प्लान महंगे हो रहे है ऐसे में सरकार की इस कंपनी ने ग्राहकों को राहत दी है।
यही कारण है कि सिर्फ हमारे एमपी में ही तीन लाख से अधिक नये ग्राहक बन गए है। बीएसएनएल एकाएक मध्य प्रदेश सहित देश भर के मोबाइल यूजर्स की पसंद में शामिल हो गई है। पिछले 3 महीने में ही मप्र के 3 लाख नए कस्टमर बीएसएनएल से जुड़े । देश भर में यह संख्या करीब 30 लाख हो गई है। इनमें मोबाइल पोर्ट कराने वाले सब्सक्राइबर्स ज्यादा हैं। इसके पीछे बीएसएनएल के सस्ते रिचार्ज प्लान और हाई स्पीड 4 जी नेटवर्क है। महंगे टैरिफ के चलते जियो एयरटेल और वीआई से कस्टमर टूटने लगे हैं। स्वदेशी टेक्नोलॉजी की दम पर यह कमाल सामने आया है। वहींए दूरसंचार विभाग मप्र के दूरस्थ गांवों तक 5 हजार मोबाइल टावर्स भी लगा रहा है।
टाटा आईटीआई और सी.डॉट की टेक्नोलॉजी
केंद्र सरकार ने बीएसएनएल की सेवाएं सुधारने देश की प्रमुख सॉफ्टवेयर दूरसंचार कंपनियों की मदद ली है। इसमें टाटा सी.डॉट आईटीआई और तेजल जैसी देश की कंपनियों ने अपनी स्वदेशी टेक्नोलॉजी विकसित की है। इस साल के अंत तक 4 जी और नए साल में 5 जी लॉन्च करने का प्लान है। अब बीएसएनएल का फोकस नेटवर्क की मजबूत करने पर है।