अपर कलेक्टर सक्सेना को शासकीय आवास खाली करने का दिया नोटिस

 

दस दिन में आवास खाली नहीं करने पर होगी कार्रवाई, धीरे धीरे उठाया जा रहा सामान

 

इंदौर। तबादले के बाद भी शासकीय आवास पर कब्जा जमाए बैठे अपर कलेक्टर को सक्षम प्राधिकारी लोक परिसर मल्हारगंज क्षेत्र ने नोटिस जारी कर 10 दिन में सामान उठाने के निर्देश दिए हैं यदि अपर कलेक्टर आवास खाली नहीं करते ती नियमानुसार कार्रवाई होगी।
आवास पर नोटिस चस्पा करने पर पता चला कि अपर कलेक्टर ने धीरे-धीरे सामान उठाना शुरू कर दिया है।
अपर आयुक्त नगर निगम पदस्थापना के बाद अपर कलेक्टर रोहन सक्सेना की नगर निगम ने रेस कोर्स रोड स्थित नगर निगम पूल का शासकीय आवास क्रमांक एफ।
नंदलाल बोरदिया मार्ग आवंटित किया गया था। सन 2020 में कोरोना काल में सक्सेना जिला पंचायत सीईओ इंदौर बने उसके बाद 28 अगस्त 2020 को उनका तबादला औद्योगिक विकास केन्द्र में हुआ।
20 जुलाई 2023 को सक्सेना की पदस्थापना इंदौर से हटाकर सीईओ जिला पंचायत निवाड़ी कर दी गई। अन्य जिले में तबादला होने के बाद भी सक्सेना ने शासकीय आवास खाली नहीं किया।
आवास खाली करने के नोटिस पर उन्होंने पारिवारिक समस्या बताते हुए संभागायुक्त से शासकीय आवास खाली नहीं करने की अनुमति चाही। सक्सेना को चार माह की समय अवधि मिलने के बाद भी उन्होंने आवास खाली करने में कोई रुचि नहीं दिखाई। जब उन्हें आवास खाली करने के लिए नोटिस दिया गया तो उन्होंने इसकी अवधि 6 माह और बढ़ाने का आवेदन प्रस्तुत किया।
सक्सेना के उक्त आवेदक को निरस्त करते हुए उन्हें तत्काल आवास खाली करने के निर्देश मिलने के बावजूद पिछले 10 माह से उन्होंने अपना कब्जा अवैध रूप से इस शासकीय आवास पर जमा
रखा है।
उक्त आवास सी योजना पंचायत पदस्थ हुए आईएएस अधिकारी सिद्धार्थ जैन को आवंटित किया गया था, किंतु सक्सेना के द्वारा आवास खाली नहीं करने के चलते उन्हें लंबे समय तक रेसीडेंसी में ही रहना पड़ा।
बताया जाता है कि इंदौर में शासकीय आवास खाली करने में कई अधिकारी रुचि नहीं दिखाते हैं। जिसके चलते संभाग आयुक्त दीपक सिंह से लेकर अपर कलेक्टर रोशन राय व कुछ एसडीएम को लंबे समय तक रेसीडेंसी कोती या किराए के भवन में रहना पड़ा।
सक्सेना की तरह ही नवलखा एमओजी लाइन व रेडियो कालोनी क्षेत्र में कुछ अधिकारियों ने अपना कब्जा जमाए रखा है। लंबे समय के बाद इन आवासों को प्रशासन खाली करवा पाया था।
संभागायुक्त दीपक सिंह की पहल और कलेक्टर आशीष सिंह की दबंगाई के चलते अच्छी साख रखने वाले अधिकारी भी अब नियमों का पालन करते नजर आने लगे हैं।
अपर कलेक्टर सक्सेना को कई बार नोटिस देने के बाद भी जब उन्होंने आवास खाली नहीं किया तो संभागायुक्त ने इस संबंध में सक्षम प्राधिकारी लोक परिसर (बेदखली) मल्हारगंज क्षेत्र को पत्र लिखा।