लौटते मानसून की बारिश ने औसतन आंकडा 36 इंच किया पार

उज्जैन। 15 दिन तक थमी बारिश अब लौटते मानसून में फिर से सक्रिय दिखाई दे रही है। गुरूवार शाम अचानक से आसमान में काले बादलों की आवाजाही हुई और तेज बारिश के बाद दिनभर की उमस से राहत मिल गई। इस बीच 11 मि.मी. बारिश होते ही शहर की औसतन बारिश का आंकड़ा 36 इंच पार हो गया। मौसम विभाग ने आज भी बारिश की संभावना जताई है। वर्षाकाल 30 सितंबर को समाप्त होगा।
15 जून को वर्षाकाल की शुरूआत मानी जाती है। लेकिन जून में हुई बारिश के बाद जुलाई में काफी कम बारिश हुई, अगस्त प्रथम दो सप्ताह भी रूक-रूक बारिश का क्रम बना रहा और अंतिम सप्ताह में ऐसी बारिश शुरू हुई कि क्षिप्रा में उफान आ गया। जलप्रदाय का सबसे बड़ा स्त्रोत गंभीर अपनी 2250 एमसीएफटी क्षमता को पार कर गया। लेकिन शहर की औसतन बारिश में कमी बनी रही। 15 दिनों तक बारिश पर ब्रेक लगने के बाद प्रतीत हो रहा था कि इस बार औसतन बारिश का आंकडा पूरा नहीं हो पायेगा, लेकिन बंगाल की खाड़ी में सप्ताहभर पहले बना सिस्टम अब शहर की ओर बढ़ गया है। 23 सितंबर को हुई डेढ़ घंटे में सवा दो इंच बारिश दर्ज की गई। वहीं गुरूवार को भी बारिश ने दस्तक दी और कुछ देर में ही सड़को पर पानी भर गया, वहीं 11 मि.मी. बारिश दर्ज होते ही औसतन आंकडा पार हो गया। जीवाजीराव वेधशाला पर शाम 6 बजे तक 902 मिलीमीटर बारिश का आंकडा दर्ज हो चुका था, जो 36 इंच से अधिक था, वहीं रिमझिम बारिश का क्रम बना हुआ था। वेधशाला अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र कुमार गुप्त ने बताया कि 15 जून से 20 सितंबर तक वर्षाकाल का समय रहता है। इस बीच शहर में औसतन बारिश 36 इंच को पर्याप्त माना गया है। जो अब पूरा हो चुका है। अब भी 4 दिन शेष बचे है और बारिश के आसार दिखाई दे रहे है। जिसके चलते बारिश का आंकडा बढ़ सकता है। पिछले वर्ष औसत से 5 इंच अधिक बारिश हुई थी।
तापमान में आई 3 डिग्री की कमी
2 दिनों से अधिकतम तापमान 35 डिग्री के करीब पहुंच रहा था। न्यूनतम भी 25 डिग्री के आसपास बना हुआ था। गुरूवार सुबह से ही धूप के तेवर कड़क बने हुए थे और उमस गर्मी से शहरवासियों के पसीने छूट रहे थे, लेकिन दोपहर 2 बजे के लगभग शुरू हुई बारिश के बाद मौसम में ठंडक आ गई थी और तापमान में शाम तक 3 डिग्री की कमी आ गई। दिन का तापमान 31.8 डिग्री पर आ गया था, जो बुधवार को 34.7 डिग्री रहा था। इस वर्षाकाल में सबसे खास बात यह रही कि तेज बारिश शाम के समय हुई है। सुबह और दिन में बारिश की रफ्तार का क्रम धीमा बना रहा।