नशे की गिरफ्त में उज्जैन…क्या कैलाश के निर्देश का असर यहां भी होगा….

इंदौर में लिया था पुलिस प्रशासन को आड़े हाथों…उज्जैन में भी चलाया जाना चाहिए अभियान

उज्जैन। प्रदेश भर के साथ ही उज्जैन जिले में भी नशे का अवैध कारोबार जोरों पर है। हालांकि उज्जैन का पुलिस प्रशासन अवैध कारोबारियों के खिलाफ यदा कदा कार्रवाई करता है लेकिन जिस तरह से सुनसान क्षेत्रों में या फिर रात के अंधेरे में नशा करने वाले दिखाई देते है या फिर नशा बेचने वाले सक्रिय हो जाते है उस हिसाब से पुलिस प्रशासन की कार्रवाई नाकाम सिद्ध होती प्रतीत होती है।
बता दें कि हाल ही में सूबे की मोहन सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर पुलिस प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए यह कहा था कि पुलिस अफसर अवैध नशा कारोबार और कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई करें और इसके बाद से ही इंदौर की पुलिस नशे के कारोबारियों पर दिन रात कार्रवाई करते हुए नजर आने लगी है। अब सवाल यह भी उठता है कि क्या मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के निर्देशों का असर उज्जैन पुलिस पर भी होगा या फिर इंदौर की महिलाओं ने जिस तरह से शिकायत मंत्री कैलाश से की थी उसकी राह उज्जैन पुलिस देख रही है।
कई स्थान है जहां जमावड़ा रहता है

गौरतलब है कि शहर में ऐसे कई स्थान है जहां सुबह हो या फिर रात नशा करने वालों का जमावड़ा रहता है। इधर माधव नगर थाने के पास घास मंडी के आस-पास दुकान संचालित करने वाले दुकानदारों की यदि माने तो रोज सुबह जैसे ही हम लोग दुकान खोलने आते हैं तो मजदूर नशे की हालत में आपस में ही मारपीट करते रहते हैं।   दुकानदारों का कहना है कि ”ये उनका आए दिन का काम हो गया है। साथ में बैठे रहते हैं, फिर एक दूसरे के लिए अमर्यादित भाषाओं का उपयोग करते हैं और दूसरे के साथ मारपीट पर उतर आते है। इसके अलावा क्षीर सागर स्थित योगेश्वरी टेकरी या फिर क्षीर सागर मैदान

दशहरा मैदान के सुनसान इलाकों समेत अन्य कई ऐसे स्थान है जहां नशेड़ियों का तो जमावड़ा रहता ही है वहीं अवैध नशा बेचने वाले भी सक्रिय बने रहते है।