अब इंदौर के बाद उज्जैन में नये आईटी और मेडिकल डिवाइस पार्क बनेंगे
प्रथम चरण में 70 करोड़ रुपये की लागत से काम प्रारंभ होगा
इंदौर। मुख्यमंली मोहन यादव अब उज्जैन को नये आईटी सैक्टर के रुप में में तैयार करने को लेकर काम प्रारंभ कर चुके हैं। भविष्य में अब आईटी कंपनियों के लिए उज्जैन को नया केंद्र बनाया जाएगा। इसके अलावा कुछ और औद्योगिक क्षेल भी यहां बनाये जा रहे हैं उज्जैन से इंदौर विमानतल के लिए नया मार्ग तैयार किया जाएगा जिससे बाहर से आने वाले कारोबारियों को चालीस मिनिट में उज्जैन पहुंचाया जा सकेगा।
इसके अलावा उज्जैन में चार स्थानों पर मेडिकल डिवाइस पार्क के अलावा नालेज सिटी भी विकसित करने के लिए चयन हो चुका है। आने वाले समय में यहां दस हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार दिया जा सकेगा।
उज्जैन को जल्द ही आईटी पार्क की सौगात मिलने जा रही है जिसके लिए इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में जमीन आवंटन के साथ डिजाइन भी फाइनल हो गई है। आईटी पार्क के निर्माण के पहले चरण पर 70 करोड़ रुपए खर्च होंगे जिससे 2 हजार जॉब्स जनरेट होगी।
ऐसे में जो युवा शहर छोडकर नौकरी के लिए अन्य शहरों में जाते थे उनका पलायन रोकने में मदद मिलेगी। मप्र औद्योगिक विकास निगम के कार्यकारी निदेशक राजेश राठौड़ के मुताबिक उन्हें शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में 2.16 हेक्टेयर जमीन मिली है।
बैंगलुरु, हैदराबाद, पुणे जैसी आईटी सिटीज संतृप्त हो चुकी हैं और उज्जैन का पारिस्थितिकी तंत्र अब उत्तम है।
शुरुआती चरण में 70 करोड़ रुपए के निवेश की उम्मीद हैं जिससे 2 हजार रोजगार जनरेट होंगे। सॉफ्टवेयर इकाइयां, बिजनेस प्रोसेसिंग आउटसोर्स, एआई, कॉल सेंटर आदि स्थापित करने में कई कंपनियों ने रुचि दिखाई है।
आईटी पार्क के लिए बुनियादी ढांचागत काम 3 साल में पूरा हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के दौरान भारत सरकार ने उज्जैन सहित देश के चार स्थानों पर मेडिकल डिवाइस पार्क स्थापित करने का निर्णय लिया।
इस उद्देश्य के लिए 97.05 एकड़ भूमि निर्धारित की गई है जिसे 36 कंपनियों को आवंटित किया गया है। वे 1855.28 करोड़ रुपए का निवेश कर रही हैं जिससे 6908 रोजगार पैदा होंगे। इस बीच पिछले कुछ वर्षों में विक्रम नगर उद्योगपुरी में 57 औद्योगिक इकाइयों को 457.28 एकड़ भूमि आवंटित की गई है।
उनमें से कई ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया है तो कुछ में उत्पादन भी शुरू हो गया है। ये कंपनियां 5198.59 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। यहां पांच हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेंगे।