बारिश थमने का इंतजार, ताकि सड़कों को सुधारा जा सके

इंदौर। इंदौर का नगर निगम प्रशासन बारिश थमने का इंतजार कर रहा है ताकि बारिश के दौरान उखड़ी हुई सड़कों को सुधारा जा सके। बता दें कि बारिश के दौरान कई सड़के गड्ढों में तब्दील हो गई है।
शहरभर  की सडक़ें उखड़ गई हैं और अभी लगातार बारिश के चलते निगम  ने जो पेंचवर्क  कुछ सडक़ों पर करवाया था वह भी गड्ढे में चला गया, जिसके चलते निगम को अब बारिश रूकने का इंतजार है, ताकि फटाफट पेंचवर्क शुरू कराया जा सके। 8 करोड़ रुपए  का पेंचवर्क अभी होना है और 13 करोड़ रुपए के टेंडर भी अभी सोमवार को खुल जाएंगे। ठेकेदार फर्मों को अभी कुछ बकाया भुगतान भी निगम ने करवाया, ताकि वे पेंचवर्क का काम तत्परता से कर सकें। 5 ठेकेदार फर्मों ने इसकी तैयारी भी कर ली है। डामर के साथ आवश्यक साधन-संसाधन जुटा लिए हैं।

लौटता मानसून झमाझम बरस रहा है। रोजाना दोपहर बाद अचानक तेज बारिश होती है। कल तो देर रात तक पानी गिरता रहा, जिसके चलते यातायात जाम के साथ सडक़ों की हालत लगातार बदतर होती जा रही है। निगम के उद्यान और जनकार्य विभाग प्रभारी राजेन्द्र राठौर का कहना है कि हमने तो पेंचवर्क की पूरी तैयारी कर रखी है। मगर अभी रोजाना तेज बारिश के कारण काम शुरू नहीं हो पा रहा है। पांच ठेकेदार फर्मों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिन्होंने मजदूरों की व्यवस्था के साथ आवश्यक साधन, डामर की व्यवस्था भी कर ली है और 8 करोड़ रुपए की राशि के टेंडर पहले से ही मंजूर हैं और जैसे ही बारिश बंद होती है सभी 19 झोनों में एक साथ गड्ढे  भरवाने का काम निगम शुरू कर देगा। हमारा लक्ष्य है कि आने वाली नवरात्रि और उसके बाद दशहरा-दीपावली तक शहर की सभी सडक़ें सुधर जाएं। इसके अलावा 13 करोड़ रुपए का निगम ने सडक़ों के संधारण का अलग से टेंडर भी बुलवाया है, जिसमें पहली बार पेंचवर्क के कार्य में भी एक साल की गारंटी की शर्त का प्रावधान किया गया है और ये टेंडर भी सोमवार को खुल जाएंगे।

महापौर पुष्यमित्र भार्गव का भी यही कहना है कि शहर की सडक़ों को सुधारने की निगम ने अपने स्तर पर पूरी व्यवस्था कर ली है और पिछले दिनों झांकी मार्ग, राष्ट्रपति के आगमन के चलते प्रमुख सडक़ों को दुरुस्त भी कराया था। साथ ही सीमेंट कांक्रीट की सडक़ों के लिए भी नई तकनीक से पेंचवर्क किया जा रहा है। मगर जो डामर की सडक़ें हैं उन पर पेंचवर्क कार्य जब तक बारिश बंद नहीं होगी तब तक शुरू नहीं किया जा सकता, क्योंकि सूखने के लिए तेज धूप के साथ-साथ पर्याप्त समय भी चाहिए। दूसरी तरफ शहरभर की सडक़ें उखड़ गई है और जनता गड्ढों में कूदने के अलावा यातायात जाम का भी सामना रोजाना कर रही है। कल भी तेज बारिश के चलते शहर की कई सडक़ों पर जाम की स्थिति रही और उसके अलावा बत्ती अलग गुल हो गई। कई इलाकों में देर रात तक बिजली नहीं आई और अंधेरे में ही लोगों को बैठे रहने पड़ा। पानी भरने की शिकायतें भी कई जगह से आई हैं और अधिकांश सडक़ों पर भी जल जमाव रहा। दूसरी तरफ नगर निगम ने मास्टर प्लान की 22 सडक़ों के निर्माण के लिए भी टेंडर बुलाए थे, मगर इंदौरी चार ठेकेदार फर्मों ने रिंग बनाकर ये ठेके हासिल कर लिए थे और जब इसको लेकर हल्ला मचा तो फिर निगम ने ताबड़तोड़ 392 करोड़ के चार पैकेज में बुलाए इन टेंडरों को निरस्त किया और नए सिरे से टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू कर दी। अब निगम का दावा है कि इसमें स्थानीय के अलावा प्रदेश और देश की बड़ी कम्पनियां भी आएंगी। दरअसल, केन्द्र सरकार से नगर निगम को 450 करोड़ रुपए से अधिक की राशि इन सडक़ों के निर्माण के लिए प्राप्त हो चुकी है।