महाकाल मंदिर के गेट नंबर चार के सामने महाराजवाड़ा की दीवार धंसने से हुई मौत

राष्ट्रीय राजमार्ग चौराहे पर शव रख कर किया चक्का जाम, 50 लाख सहायता राशि की मांग

दैनिक अवन्तिका उज्जैन

महाकाल मंदिर के गेट नंबर चार के सामने शुक्रवार शाम को महाराजवाड़ा की दीवार धंसी थी। इसके मलबे में दबने से अजय योगी 27 वर्ष एवं फरीन राठौर 22 वर्ष की मौत हुई है। शनिवार को अजय के शव को समाजजनों ने उज्जैन-झालावाड़ राष्ट्रीय मार्ग के मोहन नगर चौराहा पर रखकर चक्काजाम कर दिया। अधिकारियों के आश्वासन के बाद एवं बारिश के चलते चक्काजाम खुला एवं शव को दाह संस्कार के लिए ले जाया गया। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने घटना को लेकर जांच के आदेश एसडीएम को दिए हैं।

शुक्रवार शाम को हुई घटना को लेकर नाथ योगी समाज में शनिवार सुबह युवक के शव को घर शिव शक्ति नगर लाने के दौरान जमकर आक्रोश रहा है। पोस्टमार्टम के उपरांत शव को घर से अंतिम संस्कार के लिए ले जाने के दौरान समाजजनों ने उज्जैन झ्रझालावाड राष्ट्रीय मार्ग 552 जी के मोहन नगर चौराहा पर शव को रखा और जमकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। चक्काजाम करीब एक घंटे तक चला। उज्जैन-आगर रोड पर वाहनों की कतार लग गई। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि मृतक के परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, सरकारी नौकरी और दोषियों पर कार्रवाई की जाए। मौके पर एसडीएम एलएन गर्ग, सीएसपी सुमित अग्रवाल समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल था। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व इंदौर के महंत राजनाथ योगी राष्ट्रीय अध्यक्ष नाथ योगी समाज कर रहे थे। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने विधायक के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। लोग मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से भी बात करना चाह रहे थे, लेकिन संभव नहीं हो सका। इस दौरान बारिश भी हो रही थी। एडीएम अनुकुल जैन ने बताया कि समाजजनों की नियमों के अधीन उचित मांगों पर आश्वासन दिया गया है। इस दौरान बारिश के कारण समाजजनों ने सडक से शव को अंतिम संस्कार के लिए उठा लिया था।

 

मांगों पर प्रशासन ने दिया आश्वासन
चक्काजाम में शामिल नाथ योगी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत राजनाथ योगी गोम्मटगिरी इंदौर ने बताया कि हमारी मांग को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि आर्थिक सहायता उचित होगी,मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला है। अभी 4 लाख प्रावधान के अनुसार दिए गए हैं। सरकारी नौकरी को लेकर कहा गया कि नियम में आने पर कार्रवाई की जाएगी। दोषियों पर कार्रवाई को लेकर कहा गया कि थाने पर आवेदन दें उस पर कार्रवाई होगी। स्थल पर जनप्रतिनिधियों के नहीं आने से समाजजन आक्रोशित हुए और शासन प्रशासन के विरूद्ध नारेबाजी हुई।

जांच के आदेश
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि हादसा किन परिस्थितियों में हुआ है इन्हें लेकर जांच के आदेश दे दिए गए हैं। अनुविभागीय अधिकारी, उज्जैन एल एन गर्ग इस जांच को करेंगे। सिंह ने बताया कि हादसा स्थल के आसपास फेरी,ठेले,गुमटी कैसे लगे थे ऐसे मुद्दे भी जांच के दायरे में रहेंगे।