निजी कॉलेजों जैसा रवैया हो गया सरकारी कॉलेजों का भी, उच्च शिक्षा विभाग ने मांगी जानकारी लेकिन भेजने के लिए तैयार नहीं
उज्जैन। उज्जैन में संचालित सरकारी कॉलेज भी अब निजी कॉलेजों जैसा रवैया अपना रहे है इसका उदाहरण प्रवेश संबंधी जानकारी नहीं भेजने के रूप में आया है। बताया गया है कि उच्च शिक्षा विभाग ने पूरे प्रदेश के साथ ही उज्जैन जिले में संचालित शासकीय कॉलेजों से प्रवेश के संबंध में जानकारी मांगी थी लेकिन ये जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं कराई जा सकी है।
सरकार निजी कॉलेजों पर तो शिकंजा कस लेती है लेकिन ,जब अपने ही कर्मचारियों की बात आती तो फिर असहाय हो जाती है। ऐसा ही कुछ हाल है प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग का। विभाग के निर्देश ही उसके द्वारा संचालित सरकारी महाविद्यालयों के प्रबंधन नहीं मान रहा है। यही वजह है कि प्रवेश संबंधी जानकारी मांगने के लिए विभाग को एक दो नहीं बल्कि चार -चार पत्र लिखने पड़े हैं, लेकिन मजाल है कि फिर भी जानकारी दी गई हो। इसकी वजह से प्रदेश के सरकारी कॉलेजों का रवैया निजी कॉलेजों जैसा हो गया है। शासन द्वारा बार-बार नोटिस देने के बाद भी सरकारी कॉलेज जानकारी नहीं भेजते। ऐसा ही मामला वर्तमान शैक्षणिक सत्र में हुए एडमिशन को लेकर बना हुआ है। प्रदेश के सभी सरकारी-प्राइवेट कॉलेजों में ट्रेडिशनल कोर्स में एडमिशन प्रोसेस 30 अगस्त को पूर्ण हो चुकी है। इसके बाद उच्च शिक्षा विभाग ने प्रवेश की तिथि में कोई वृद्धि नहीं की। इस बार सारे एडमिशन ऑनलाइन किए गए हैं। फीस भी ऑनलाइन ही जमा कराई गई है। इसे देखते हुए उच्च शिक्षा विभाग ने चौथे दिन से ही कॉलेजों में इस साल हुए सारे एडमिशन का रिकॉर्ड मांगना शुरू कर दिया था। विभाग अब तक चार बार आदेश जारी कर शाम तक सारी अपडेट जानकारी मांग चुका है।