उज्जैन में बालम ककड़ी की आई बहार…. टावर चौक पर जगह-जगह झाबुआ से आए आदिवासी किसान दुकान लगाकर बैठे ,बिक्री भी जोरों पर, शहर के लोगों की पहली पसंद बनी बालम, डिमांड अधिक होने से प्रति नग के हिसाब से हो रही बिक्री 

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दैनिक अवंतिका उज्जैन। शहर में बालम ककड़ी की बहार आई हुई है। फ्रीगंज टावर चौक पर जगह-जगह झाबुआ सैलाना क्षेत्र से आए आदिवासी किसान ककड़ी की दुकान लगाकर बैठे हैं तथा यह ककड़ी शहर के लोगों की पहली पसंद बनी हुई है। इसकी डिमांड अधिक होने से इस बार यह प्रतिनग के हिसाब से बिक रही है तथा बिक्री भी जोरों पर हो रही है ककड़ी की दुकान लगाकर बैठे दुकानदारों ने बताया कि  1 क्विंटल से अधिक ककड़ी की बिक्री रोज हो जाती है।
लेकिन इस बार लोगों को ज्यादा पैसे खर्च करना पड़ रहे हैं। क्योंकि यह ककड़ी 50-60 रुपए प्रति नग के हिसाब से बिक रही है वहीं  छोटे नग की 40 से 50 रुपए में बिक्री की जा रही है। टावर चौक पर ककड़ी की दुकान लगाने वाले झाबुआ निवासी अंकित मावी ने बताया कि पिछले 12 वर्षों से ककड़ी बेचने के लिए वह उज्जैन आ रहे हैं। झाबुआ से ककड़ी  ट्रेन द्वारा उज्जैन बचने के लिए मंगवाई जाती है वहीं इस बार ककड़ी की अधिक बिक्री हो रही है। उज्जैन के लोग इस ककड़ी को बहुत पसंद कर रहे हैं। खर्च को देखते हुए इस बार ककड़ी की कीमत में भी बढ़ोतरी हुई है प्रति नग 50 से 60 रुपए में बेचा जा रहा है। दुकानदार अंकित ने बताया कि बालम ककड़ी की झाबुआ, सैलाना तरफ ज्यादा पैदावार होती है तथा मक्का सहित अन्य खेतों में इसको बोया जाता है और अगस्त मैं यह ककड़ी पककर तैयार हो जाती है और बिक्री के लिए बाजार में आ जाती है इस बार लोग इस ककड़ी को बहुत पसंद कर रहे हैं।
औषधीय गुणों से भरपूर..बालम ककड़ी स्वाद के मामले में भी अव्वल
औषधीय गुणों से भरपूर और 100 प्रतिशत आर्गेनिक बालम ककड़ी स्वाद के मामले में तो अव्वल है ही लेकिन इसके औषधीय गुण भी लाजवाब हैं. रतलाम कुशलगढ़  के रहने वाले संदीप पवार बताते हैं कि “हमारे आदिवासी किसान इसकी खेती पूर्ण रूप से जैविक तरीके से करते हैं. बारिश के मौसम में आदिवासी किसानों के लिए यह कैश क्रॉप की तरह है. बालम ककड़ी की बढ़ती डिमांड से आदिवासी किसानों की आय में धीरे-धीरे वृद्धि भी हो रही है. ककड़ी में प्रचुर मात्रा में मिनरल्स और आयरन होता है. जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी रहता है।शहरों और विदेश में इसकी डिमांड बढ़ गई है।
 फल की तरह खाना पसंद करते है
आमतौर पर हम ककड़ी को सलाद के तौर पर भोजन के दौरान इस्तेमाल करते हैं लेकिन  बालम ककड़ी को लोग नाश्ते और फल की तरह खाना पसंद करते है. इसका कारण है इस ककड़ी का खास स्वाद जो लोगों को बारिश के मौसम में केवल एक महीने तक चखने को मिलता है. स्वाद में यह ककड़ी मीठी लगती है।