आज सर्वपितृ अमावस्या…रामघाट और सिद्धवट पर तर्पण, पिंडदान करने वालों का तांता लगा

कल से शुरू होगी शारदीय नवरात्रि, नौ दिनों तक होगी मां की आराधना

उज्जैन। आज सर्वपितृ अमावस्या है और इस अवसर पर जहां रामघाट और सिद्धवट के साथ ही गयाकोठा पर सुबह से ही तर्पण और पिंडदान कराने वाले लोगों की भीड़ है तो वहीं तर्पण आदि का सिलसिला आज देर दोपहर तक चलता रहेगा। बता दें कि सर्वपितृ अमावस्या के अवसर पर पितरों के निमित्त तर्पण व पिंडदान के साथ ही श्राद्ध कर्म करने का विधान शास्त्रों में उल्लेखित है वहीं उज्जैन में इन सबका विशेष महत्व बताया गया है लिहाजा न केवल स्थानीय श्रद्धालु बल्कि बाहरी क्षेत्रों के भी लोग सुबह से ही तर्पण आदि कराने के लिए घाटों पर पहुंचने लगे थे।
इधर कल गुरुवार से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होगी। नौ दिनों तक  माँ दुर्गा की आराधना जुटेंगे तो वहीं हरसिद्धि के साथ ही अन्य प्रमुख मंदिरों में भी श्रद्धालुओं का तांता लगेगा। मंदिरों में कल से ही नौ दिनों तक विशेष अनुष्ठान होने के साथ ही देवी का मनोहारी श्रृंगार किया जाएगा। शहर में विभिन्न स्थानों पर पंडालों में देवी प्रतिमाओं को विराजमान किया जाएगा तो वहीं कल रात से ही गरबे के भी आयोजन का सिलसिला शुरू हो जाएगा।

3 दुर्लभ एवं शुभ योग का निर्माण हो रहा है

वैदिक पंचांग के अनुसार, शारदीय नवरात्र की शुरुआत  3 अक्टूबर से हो रही है। यह पर्व जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा को समर्पित है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। साथ ही शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा के निमित्त व्रत रखा जाता है। मां दुर्गा की पूजा करने से साधक ही हर मनोकामना पूरी होती है। इसके साथ ही घर में सुख एवं समृद्धि आती है। ज्योतिषियों की मानें तो शारदीय नवरात्र के पहले दिन घटस्थापना पर 3 दुर्लभ एवं शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इन योग में जगत की देवी मां दुर्गा की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होगी।

घटस्थापना मुहूर्त

शारदीय नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि पर घटस्थापना मुहूर्त सुबह 06 बजकर 15 मिनट से लेकर सुबह 07 बजकर 22 मिनट तक है। वहीं, अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 46 मिनट से दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक है। इन योग समय में घटस्थापना कर मां भवानी की पूजा कर सकते हैं।