लाड़ली बहनों के खाते में आएगी योजना की राशि
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की किस्त इस बार 5 अक्टूबर शनिवार को 1.29 करोड़ बहनों के खाते में आ जाएगी। सीएम डॉ. मोहन यादव दमोह जिले के लिए सिंग्रामपुर में आयोजित लाड़ली बहना सम्मेलन कार्यक्रम से सिंगल क्लिक से खाते में 1250 रुपये भेजेंगे। नवरात्र और दशहरे के त्योहार को देखते हुए लाड़ली बहना योजना की किस्त इस बार जल्दी जारी की जा रही है।
कैबिनेट की बैठक होगी
दमोह जिले के सिंग्रामपुर में शनिवार को मध्य प्रदेश कैबिनेट की बैठक होगी। इसके साथ ही ही यहां लाड़ली बहना सम्मेलन का आयोजन भी किया गया है। इसमें सीएम डॉ. मोहन यादव लाड़ली बहनों से चर्चा करेंगे। इस दौरान वे प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की हितग्राही बहनों के खाते में भी राशि ट्रांसफर करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में कैबिनेट की बैठक, लाड़ली बहना एवं स्व सहायता समूह तथा सिंगौरगढ़ किले के महत्वूपर्ण स्थलों के कार्यक्रम पांच अक्टूबर को प्रस्तावित है।
इसी उद्देश्य को लेकर पंचायत एवं ग्रामीण विकास एवं श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मेन्द्र सिंह लोधी, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार लखन पटैल, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग अघ्यक्ष डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया ने कार्यक्रम स्थलों का जायजा लिया एवं आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए।
प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास और श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि पहली कैबिनेट भी वीरांगना रानी दुर्गावती के स्मरण में उनकी 500वीं जन्म जयंती पर जबलपुर में हुई थी, एक वर्ष पूरा होने को है 501वीं जन्म जयंती पांच अक्टूबर को है। जब कैबिनेट में इस बात की चर्चा हुई थी तो हम सभी ने प्रस्ताव रखा था कि सिंगौरगढ़ में यदि यह कैबिनेट होती है, तो वास्तव में यह यादगार बनेगा। मैं मुख्यमंत्री का आभारी हूं उन्होंने मध्य प्रदेश की कैबिनेट बैठक सिंग्रामपुर में रखने का फैसला किया है, पूरी सरकार रानी दुर्गावती की पहली राजधानी में उनके चरणों में बैठकर राज्य के हितों का विचार करेगी।
संस्कृति पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मेन्द्र सिंह लोधी ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कि कैबिनेट रानी दुर्गावती के नाम पर समर्पित है। जो ऐतिहासिक दृष्टि से रानी दुर्गावती का जो योगदान है जिन्होंने अकबर जैसे योद्धा से टक्कर ली और इतिहास में एक बड़ा नाम किया।