राकू चौधरी की हत्या के षड्यंत्रकारी सलाखों से दूर

उज्जैन। बजरंग दल सुरक्षा प्रमुख राकू चौधरी हत्या के षडयंत्रकारियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर परिजनों ने पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए भूख हड़ताल की बात कही है। 29 दिसंबर 2021 को नागदा में बजरंग दल के जिला सुरक्षा प्रमुख राकू उर्फ राकेश पिता रमेशचंद्र चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने गोली चलाने वाले तरुण शर्मा और 2 अन्य को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस की जांच से राकू के परिजन संतुष्ट नहीं है। मंगलवार को भाई राजू चौधरी बजरंग दल कार्यकर्ता रुपेश ठाकुर के साथ मीडिया के पास पहुंचे। भाई ने बताया कि पुलिस ने मामले में हत्या करने वालों के साथ षडयंत्र में शामिल यूथ कांग्रेस विधानसभा नागदा-खाचरौद के अध्यक्ष कमल आर्य उसके भाई विजय और जगदीश के खिलाफ भी नामजद प्रकरण दर्ज किया था, लेकिन षडयंत्रकारियों की अब तक गिरफ्तारी नहीं की गई है। राजू चौधरी ने पुलिस पर षडयंत्रकारियों से मिलीभगत का आरोप लगाया और कहा कि गिरफ्तारी नहीं करने पर परिवार भूख हड़ताल करेगा। मीडिया के सामने परिजनों ने कहा कि कमल और उसके परिवार ने पूर्व में दो-तीन बार हमला भी किया था। राकू बजरंगदल सुरक्षा प्रमुख था। उसने शासकीय भूमि पर बने मंदिर को तोडऩे का विरोध किया था। उस दौरान कमल ने धमकाया था कि हमारे क्षेत्र में रहता है और हमारे खिलाफ जा रहा है। तुझे कभी भी मरवा देगें। परिजनों ने यह भी कहा कि आरोपियों के कार्यालय के सामने लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखने पर हत्या करने वालों और षडय़ंत्रकारियों की मिलीभगत के प्रमाण मिल सकते है।

Author: Dainik Awantika