चांदी की पालकी में विराजित उमा माता ने किया नगर भ्रमण
दैनिक अवन्तिका उज्जैन
पांच दिवसीय उमा सांझी महोत्सव में शुक्रवार को महाकाल मंदिर के सभामंडपम में माता उमा का विधि-विधान के साथ पूजन किया गया। माता उमा चांदी की पालकी में सवार होकर शाम 4 बजे नगर भ्रमण पर निकली। उमा माता की सवारी वर्ष में एक बार निकाली जाती है।
महाकाल मंदिर में सृष्टि के सृजनकर्ता भगवान शिव और उमा का पुरूष-प्र्रकृति उत्सव पांच दिनों तक उमा सांझी के रूप में मनाया जाता है।
शुक्रवार को उत्सव का पांचवा दिन होने पर श्रावण-भादौ मास में निकली वाली बाबा महाकाल की सवारी की तर्ज पर शाम 4 बजे माता उमा की सवारी निकाली गई। सभामंडपम में पूजन के बाद उमा माता चांदी की पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकली। सवारी मार्ग महाकाल घाटी से तोपखाना दौलतगंज, फव्वारा चौक, नईसड़क, कंठाल, छत्री चौक गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा, बक्षीबाजार और कार्तिक चौक होते हुए रामनुजकोट से क्षिप्रा नदी पहुंची। जहां मोक्षदायिनी क्षिप्रा के जल से माता उमा का जलाभिषेक और पूजन किया। उसके बाद पालकी कहारवाडी, बक्षीबाजार होते हुए महाकाल रोड से मंदिर लौट आई। सवारी में माता उमा की पालकी के साथ डोलरथ पर गरूड़ और भगवान महेश भी विराजित थे। पांच दिवसीय उमा सांझी महोत्सव के दौरान महाकाल मंदिर प्रांगण में धार्मिक कार्यक्रमों के साथ सांस्कृतिक और शालेय विद्यार्थियों के लिये प्रतियोगिता आयोजित की गई थी।