चरक भवन की चौथी मंजिल पर बनेगा जेल वार्ड, निरीक्षण के लिये आयेगे जेल अधीक्षक
उज्जैन। बंद हो चुके जिला अस्पताल में केन्द्रीय जेल के कैदियों का उपचार करने का वार्ड भी बना था। जिसे अब चरक भवन की चौथी मंजिल पर तैयार किया जा रहा है। जेल वार्ड का निरीक्षण करने के लिये जेल अधीक्षक का पत्र लिखा गया है। संभाग का सबसे बड़ा जिला अस्पताल सौ सालों बाद मेडिकल कॉलेज बनाने के लिये खाली कर दिया गया है। अस्पताल परिसर में आरएमओ कार्यालय के पास जेल वार्ड भी बना हुआ था। जहां केन्द्रीय जेल में बंद कैदियों की तबीयत बिगड़ने के बाद उपचार के लिये यहां लाया जाता था। जिला अस्पताल को 6 मंजिला चरक भवन में शिफ्ट किया गया है। अब चरक में जेल वार्ड तैयार करने की योजना भी शुरू कर दी गई है। सिविज सर्जन डॉ. अजय दिवाकर ने बताया कि जेल वार्ड चौथी मंजिल पर तैयार किया जा रहा है। लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। जेल वार्ड का निरीक्षण करने के लिये जेल अधीक्षक मनोज साहू को पत्र लिखा गया है। संभवत: एक-दो दिन में वह चरक भवन पहुंचेगें और वार्ड का जायजा लेगें। वैसे केन्द्रीय जेल में भी कैदियों के उपचार के लिये अस्पताल बना हुआ है, लेकिन कैदियों की हालत गंभीर होने पर उन्हे उपचार के लिये विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में जिला अस्पताल लाया जाता था। अब चरक में कैदियों का उपचार किया जायेगा।
माधवनगर में शिफ्ट होगी डायलेसिस यूनिट
जिला अस्पताल में मरीजों के उपचार के लिये डायलेसिस यूनिट बनाई गई थी। अब अस्पताल के बंद होने पर अब भी यूनिट को वहीं संचालित किया जा रहा है। 2 दिन पहले अस्पताल भवन की खिड़की तोड़कर अज्ञात बदमाश डायलेसिस यूनिट तक पहुंच गया था और उपकरण चोरी करने का प्रयास किया था। जिसकी शिकायत सिविल सर्जन की ओर से कोतवाली थाना पुलिस को लिखित में की गई है। वहीं डायलेसिस यूनिट को अब माधवनगर अस्पताल में शिफ्ट किये जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। सोमवार तक यूनिट को माधवनगर में शुरु किया जा सकता है।