शहर में चार नए ट्रेफिक थाने खुलेंगे, प्रस्ताव तैयार, क्षेत्रफल बढ़ने से चौराहा का दबाव कम करने में मिलेगी राहत

 

 

इंदौर। पूर्व और पश्चिम क्षेत्र में दो ट्रेफिक थाने है। दो थानों पर सम्पूर्ण शहर की ट्रेफिक व्यवस्था संभालने का जिम्मा है। ट्रेफिक का जिम्मा संभालने 800 जवान अधिकारी है।
जबकि, वाहनों की संख्या लाखों में है। ऐसे में ट्रेफिक का कबाड़ा निकल रहा है। क्षेत्रफल में लगातार शहरी सीमा में इजाफा हो रहा है, जिसका सीधा असर ट्रैफिक पर पड़ता है।

हालांकि, ट्रैफिक समस्या से निजात दिलाने में इंदौर विकास प्राधिकरण अहम भूमिका निभा रहा है। शीघ्र ही चार फ्लायओवर ब्रिज से ट्रैफिक शुरू कर यातायात सुधार में मदद दिलाएगा। लगातार जाम, ट्रेफिक बिगड़ने की समस्या को गंभीरता से लेते हुए अब ट्रेफिक पुलिस ने चार नए थाने खोलने का प्रस्ताव तैयार किया है।

 

इन थानों के खोले जाने से चौराहों का दबाव कम होगा। यातायात पुलिस उपायुक्त अरविंद तिवारी के अनुसार, सेन्ट्रल कोतवाली और महूनाका में ट्रेफिक थाना है। दोनों थाने कई वर्षों से संचालित हो रहे हैं।
क्षेत्रफल के मान से पुलिस विभाग के तीन नए थानों की स्वीकृति मिल चुकी है। कुछ नए थाना भवन भी बन चुके हैं, लेकिन ट्रेफिक थाने को लेकर शासन स्तर पर बड़ा निर्णय नहीं लिया जाता है। जबकि, सड़क, चौराहे को बेहतर चलाने में ट्रेफिक पुलिस की अहम भूमिका रहती है।
शासन स्तर पर लंबे मंथन के बाद अब जाकर गृह मंत्रालय ने चार नए थाने खोलने में रुचि दिखाई है। यह थाने शहर के चारों प्रवेश द्वारों पर खोले जाएंगे। इन चारों प्रवेश द्वारों से दिनभर लोडिंग और अन्य भारवाहक वाहनों की आवाजाही होती है।

 

ट्रेफिक थाने संचालित होने से वाहनों के प्रवेश को लेकर नई रणनीति बनाई जाएगी, ताकि उनके शहर में प्रवेश करने के बाद जाम की स्थिति निर्मित न हो सके। सूत्रों की मानें तो नए थानों के लिए राऊ, सांवेर रोड, देवास नाका और तेजाजी नगर क्षेत्र का चयन किया जाएगा।
शहर में सर्वाधिक लोडिंग वाहनों का प्रवेश तेजाजी नगर और सांवेर रोड से होता है।