उज्जैन। उज्जैन जिले के साथ ही पूरे प्रदेश में इन दिनों नवरात्रि का पर्व उत्साह और उमंग के साथ मनाया जा रहा है वहीं माँ की भक्ति में भी श्रद्धालु लीन दिखाई दे रहे है लेकिन इसके साथ ही गरबा आयोजन स्थलों पर गोमूत्र, लव जिहाद और खाला या बुर्का जैसे शब्दों की भी गूंज सुनाई दे रही है।
दरअसल नवरात्रि की शुरुआत होने के पहले ही नेताओं के बयान जिस तरह से सामने आए थे उसका माहौल अभी भी देखने को मिल रहा है। प्रदेश के कई शहरों में डांडिया स्टिक की खटखट कम नेताओं के खटपट वाले बयान ज्यादा सुनाई दे रहे हैं। गरबा के आयोजन निरस्त कर दिए गए हैं, गोमूत्र, तिलक, लव जिहाद और बुर्का जैसे शब्द नेताओं के मुख से निकल रहे हैं। कुल मिलाकर कहें तो गरबा पर जमकर हंगामा बरपा है।
गरबे में आए तो खाला आपा को भी साथ लाए….
यदि उज्जैन की ही बात करें तो उज्जैन के नानाखेड़ा स्टेडियम में हो रहे गरबा में गैर हिंदुओं की एंट्री को लेकर एक बार फिर नया नियम आयोजको ने निकाला है। दरअसल सेवा ही संस्कृति है नामक संगठन द्वारा यहां गरबो का आयोजन किया जा रहा है जहा युवतियों ने पोस्टर के जरिये गरबा पांडाल में गैर हिंदुओं के प्रवेश को प्रतिबंधित बताया तो वही आयोजको ने मंच से गैर हिंदुओं के प्रवेश को लेकर कहा कि अगर वे गरबा पंडाल में आना चाहते है तो उनका स्वागत है लेकिन उन्हें साथ में उनके परिवार से फूफी या खाला को साथ लाना होगा । जिसके बाद ही उन्हें पंडाल में प्रवेश दिया जाएगा, आयोजकों का कहना था कि हम किसी के विरोधी नहीं है लेकिन अगर प्रवेश करना है तो फूफी और खाला को साथ लाना होगा।
इंदौर में गरबा आयोजनों पर ज्यादा रार
इंदौर में गरबा आयोजनों पर ज्यादा रार दिख रही है। शहर के भंवरकुआं इलाके के भावना नगर में शिखर गरबा मंडल नाम की समिति द्वारा पिछले 35 साल से की जा रही नौ दिवसीय मूर्ति स्थापना और गरबा रास का आयोजन इस बार नहीं हो रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि, इसका आयोजन मुस्लिम था और उसका नाम फिरोज खान था। इस आयोजन पर लव जिहाद बढ़ाने का आरोप लगाते हुए बजरंग दल ने पुलिस से शिकायत की थी। जिसके बाद पुलिस ने आयोजन स्थल से बैनर, पोस्टर और टेंट हटवा दिए। दूसरा मामला भी इंदौर से जुड़ा हुआ है। शहर के खजराना इलाके में माता की मूर्ति को बुर्के जैसी ड्रेस पहनाने की सूचना पर हिंदू संगठनों ने हंगामा कर दिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, इस दौर हिंदू संगठनों के लोग ऐसी मूर्ति बनाने वाले कारीगर और स्थापित करने वाले आयोजकों पर कार्रवाई की मांग करने लगे। पुलिस ने मामले की जांच के लिए बंगाली कारीगर को हिरासत में लिया और थाने लाकर पूछताछ की। हालांकि, बाद में पुलिस ने माता की मूर्ति को बुर्का पहनाने की बात से इनकार कर दिया।
सभी को गोमूत्र पिलाएं
हाल ही में इंदौर भाजपा जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा ने भी गरबा आयोजकों को एक सलाह दी थी। उन्होंने कहा था कि गरबा पंडाल में आने वाले सभी लोगों को गोमूत्र पिलाकर ही एंट्री दी जाए। सभी लोगों को तिलक भी लगाया जाए। जो गैर हिंदू होगा वह न तो गोमूत्र पिएगा और न ही तिलक लगाएगा।
रतलाम जिले से एक ऐसी तस्वीर सामने आई
रतलाम जिले से एक ऐसी तस्वीर सामने आई जिस पर लिखा था- गैर हिंदुओं का गरबा प्रांगण में प्रवेश वर्जित है। इस साफ संदेश था कि हिंदू धर्म के अलावा किसी और धर्म का व्यक्ति गरबा रास के कार्यक्रम में शामिल न हो। इसके बाद शहर काजी अहमद अली ने भी अपने समाज के लोगों से अपील करते हुए मेला और गरबा देखने नहीं जाने की अपील की है।
तिलक लगाकर गरबा में आए
प्रदेश के मुखिया डॉ. मोहन यादव के संरक्षण में उज्जैन में न्यू नवरंग डांडिया का आयोजन किया जा रहा है। बीते दिन गरबा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी। लेकिन, इस दौरान लोगों के कानों एक आवाज गूंज रही गैर हिंदू गरबा कार्यक्रम में शामिल न हो, आयोजन स्थल से से बाहर जाएं। भाजपा नेता मुकेश यादव ने कहा कि सभी हिंदू तिलक लगाकर गरबा में आएं, अपना आधार और आईडी कार्ड भी साथ में लेकर आएं। गैर हिंदू गरबा कार्यक्रम में नहीं आएं, अगर कोई मिला तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।