रोजगार सहायक ने की आत्महत्या…जिला पंचायत सीईओ को ठहराया मौत का जिम्मेदार
खंडवा। खंडवा में एक रोजगार सहायक ने बीती रात सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली। आरोप है कि मृतक ने जिला पंचायत सीईओ रीना चौहान को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार खंडवा में ग्राम रोजगार सहायक गजेन्द्र पिता भीमसिंह राठौर निवासी मूंदी जो पुनासा जनपद की ग्राम पंचायत गुलगांव रैय्यत में रोजगार सहायक के पद पर पदस्थ था पुलिस ने यह भी बताया कि करीब आठ माह पहले उसे जिला पंचायत की सीईओ रीना चौहान ने बर्खास्त कर दिया था और इसके बाद से ही वह परेशान चल रहा था। इधर मृतक के परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि सल्फास खाने के बाद उसे मूंदी के अस्पताल लेकर पहुंचा गया था लेकिन इलाज नहीं मिला तो उसे जिला अस्पताल ले जाया गय था लेकिन यहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। बताया गया है कि मंगलवार की देर शाम मृतक गजेन्द्र ने सुसाइड नोट के यप में मोबाइल से वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था और इसके बाद उसने सल्फास खा लिया।
बताया गया है कि गजेन्द्र ने जो वीडियो बनाया था उसमें उसने जिला पंचायत सीईओ रीना चौहान पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और यह कहा था कि भ्रष्टाचार इतना बढ़ गया है कि मैं सीईओ को पैसे दे देता तो मेरी नौकरी बच जाती। मैं मेरे बच्चों का लालन पोषण नहीं कर पा रहा हूं। उसे पांच महीने तक एक लाख रूपए कहां से लाकर देता, ये मेरा आखिरी संदेश है। मृतक के परिजनों ने बताया कि गजेन्द्र बीते कुछ दिनों से टेंशन में था। उसके दो बेटे है। इस मामले में सीईओ रीना चौहान ने कहा है कि उन पर लगे आरोप निराधार है। रोजगार सहायक के खिलाफ सेवा समाप्ति की कार्रवाई तत्कालीन सीईओ जिला पंचायत ने की थी।