मामला कर्मचारी चयन मंडल या फिर एमपी पीएससी का- पता ही नहीं चलता कि कब कौन सी होगी परीक्षा या फिर कब आएगा रिजल्ट
किसी नई परीक्षा की तारीखों की घोषणा की है और न ही किसी भी साक्षात्कार की तारीखों का ऐलान किया
उज्जैन। उज्जैन सहित पूरे प्रदेश के वे अभ्यर्थी कर्मचारी चयन मंडल या फिर एमपी पीएससी
की परीक्षा देने के लिए उत्सुक तो रहते ही वहीं ये भी चाहते है कि उनका सिलेक्शन हो जाए ताकि
बेहतर रूप से नौकरी मिल सके लेकिन यदि प्रदेश की बात करें तो यहां यह पता किसी को नहीं होता है कि कब कौन सी परीक्षा होगी और कब उसका परिणाम आएगा।
फिर चाहे मामला मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल को हो या फिर एमपी पीएससी का। यही वजह है कि इनकी परीक्षाओं को लेकर कोई कुछ भी दावे नहीं कर सकता है। दरअसल, इन भर्ती परीक्षाओं का ढर्रा पूरी तरह से बिगड़ चुका है। अब प्रदेश में नई सरकार बन चुकी है और नया मुखिया भी मिल चुका है, ऐसे में अभ्यार्थियों को लग रहा है कि शायद इस ढर्रा में भी बदलाव होगा। अगर पीएससी की बात करें तो उसकी सभी प्रमुख परीक्षाओं को लेकर पूरी तरह से सस्पेंस बना हुआ है। एमपीपीएससी की एक भी परीक्षा ऐसी नहीं है, जिसे लेकर स्थिति पूरी तरह साफ हो।
बीते चार माह से न तो पीएससी ने किसी नई परीक्षा की तारीखों की घोषणा की है और न ही किसी भी साक्षात्कार की तारीखों का ऐलान किया है। ऐसे में परीक्षा परिणामों की बात तो करना बेमानी ही होगी। पीएससी के लिए दिसंबर 2024 से जून 2025 तक का समय अहम है। इस दौरान उसे 12 से 13 छोटी-बड़ी परीक्षाएं करवाना होंगी, लेकिन उसके न्यूनतम 150 दिन तो सिर्फ इंटरव्यू में बीतेंगे। अब सवाल यह है कि ये परीक्षाएं कैसे होंगी? पीएससी को इस अवधि में सहायक प्राध्यापकों के 1669 पदों के इंटरव्यू करवाना होंगे। इसमें 5 हजार अभ्यर्थियों के इंटरव्यू होंगे। इसी सात माह में उसे राज्य सेवा परीक्षा-2022 में 457 पदों के भी इंटरव्यू करवाना होंगे। इसमें भी 1400 अभ्यर्थी रहेंगे। राज्य सेवा मुख्य परीक्षा-2023 के 229 पदों के इंटरव्यू भी इसी अवधि में करवाना है। यही नहीं 2024 की मुख्य परीक्षा इसी माह हो जाएगी तो ऐसे में 110 पदों पर इंटरव्यू भी पीएससी को 30 जून तक करवाना होंगे।
एमपीपीएससी का इस साल 7 जून को राज्य सेवा परीक्षा-2022 का रिजल्ट आया था। 20 दिन में इंटरव्यू की तारीखें तय होना थीं, लेकिन आज तक नहीं हो पाई हैं। सिर्फ महीना घोषित हुआ है। मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग ने सबसे अहम मानी जाने वाली राज्य सेवा परीक्षा पर भी सस्पेंस बनाकर रखा हुआ है। जून में 2021 की परीक्षा की चयन सूची जारी होने के बाद से आगे की परीक्षाओं की रफ्तार धीमी हो गई है।
2022, 2023 व 2024, तीनों ही वर्ष की परीक्षाओं पर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं है, क्योंकि 2022 के इंटरव्यू की तारीखों का इंतजार है। इससे युवाओं के अंदर निराशा का भाव पैदा होता जा रहा है। दिसंबर 2024 से जून 2025 150 दिन तो सिर्फ इंटरव्यू में बीतेंगे, इसी बीच करीब 12 परीक्षाएं भी आयोजित होनी हैं। लगभग यही हाल कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं के बने हुए हैं। कर्मचारी चयन मंडल द्वारा कराई जाने वाली लगभग हर परीक्षा विवादास्पद हो जाती है, जिसकी वजह से कभी परीक्षा निरस्त हो जाती है तो कभी परीक्षा का परिणाम रोक दिया जाता है। इसके बाद भी सरकार का ध्यान इन भर्ती परीक्षाओं को कराने वाले संस्थानों की कार्यशैली सुधारने पर कभी नहीं रहता है।