त्योहारों की खुशी लेकिन……….. महंगाई इतनी कि जो एक हजार का सामान खरीदता था वह अब आधा ही खर्च कर रहा है

दीपावली पर भी ज्यादा उठाव नहीं होने की बात कह रहे है व्यापारी

उज्जैन। यूं भले ही शहर में अभी नवरात्रि का उल्लास बिखरा हुआ है या फिर दो दिनों बाद दशहरा
मनाया जाएगा लेकिन शहर के व्यापारियों की यदि माने तो महंगाई इतनी अधिक हो गई है कि जो लोग पहले एक हजार की सामग्री खरीदते थे वह इस त्योहारी सीजन में आधा ही खर्च कर रहे है अर्थात
महंगाई के कारण खरीदी आधी भी नहीं रह गई है। व्यापारियों ने यह भी आशंका जताई है कि दीपावली मनाने की तैयारियां शहर में हो रही हो परंतु जिस तरह से महंगाई है उससे बाजारों में जरूरी वस्तुओं का भी उठाव ज्यादा नहीं होगा।
गौरतलब है कि इसी माह के अंत में दीपावली भी मनाई जाएगी और इस त्योहार की शुरुआत पांच दिनों पहले ही होगी। बीते वर्षों की यदि बात करें तो दीपावली की खरीदारी करीब दो सप्ताह पहले से ही शुरू हो जाती है परंतु व्यापारियों की यदि माने तो इस बार की दीपावली पर महंगाई की मार रहेगी और न केवल खरीदी बहुत अधिक नहीं होने की संभावना है बल्कि इस कारण उन्हें भी नुकसान ही होना है। हालांकि कुछ व्यापारियों का यह भी कहना है कि ग्राहकी होने के बाद भी उन्हें मुनाफा नहीं हो सकेगा। व्यापारियों ने यह भी बताया है कि चाहे रेडिमेड कपड़े हो या फिर चाहे कपड़े लेकर सिलाई कराना ही क्यों न हो या फिर चाहे सजावटी सामग्री ही क्यों न हो, हर कहीं दुगने भाव है। इसके पीछे कारण व्यापारियों ने यह बताया है कि थोक में ही माल ज्यादा भाव में आ रहा है तो फिर कीमत तो दुगनी होना ही है। व्यापारियों ने यह भी बताया है कि   कोरोना वायरस के प्रकोप से पहले तक मार्केट काफी तेजी से बढ़ रहा था पर कोरोना काल के बाद आज तक मार्केट रिकवर नही कर पाया है।