पिता की कनपटी पर 12 बोर बंदूक रख पुत्र दबाया था ट्रिगर

उज्जैन। पूर्व पार्षद गुड्डू कलीम पर 4 अक्टूबर को हुए प्राणघातक हमले में गुरूवार-शुक्रवार रात पुलिस ने इंदौर से कलीम की पत्नी के रिश्तेदार को हिरासत में ले लिया। सुबह मामले का खुलासा होता, उससे पहले तड़के 5 बजे घर में गुड्डू कलीम के सिर पर 12 बोर की बंदूक से गोली मार दी गई। बंदूक का ट्रिगर छोटे बेटे ने दबाया था। वजीर पार्क कालोनी में रहने वाले पूर्व पार्षद गुड्डू उर्फ कलीम पिता वजीर खान 60 की शुक्रवार 5 बजे मकान की पहली मंजिल पर बेडरूम में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। खबर सामने आते ही पुलिस हरकत में आ गई। 4 अक्टूबर को गुड्डू कलीम पर जानलेवा हमला हुआ था, जिसका खुलासा होने वाला था। हत्या की जांच के लिये सीएसपी दीपिका शिंदे, टीआई विवेक कनोडिया, एसआई यादवेन्द्र परिहार टीम के साथ पहुंचे। दूसरे थानों का बल भी वजीर पार्क पहुंच गया था। घटनास्थल पर सैकड़ो की संख्या में लोग एकत्रित हो गये थे। परिजनों और रिश्तेदारों ने हत्या की आशंका पत्नी निलोफर उर्फ भूरी, पुत्र दानिश और आफिस उर्फ मिंटू पर जताई। पुलिस ने निलोफर और आसिफ को हिरासत में ले लिया। वहीं शाम को एसपी प्रदीप शर्मा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हत्या को प्रापर्टी विवाद में पत्नी निलोफर, दोनों पुत्र के साथ रिश्तेदार इमरान उर्फ अभिषेक पिता सरफुद्दीन खान निवासी छावनी इंदौर, पुत्रों के दोस्त सोहराब पिता नवाव शेख, जावेद पिता ननाव शेख निवासी वजीर पार्क कालोनी ने मिलकर अंजाम दिया है। मृतक गुड्डू का छोटा पुत्र दानिश निवासी गोल चौराहा आजादनगर इंदौर और सोहराब खान फरार है। शेष चार को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसपी ने बताया कि गुड्डू उर्फ कलीम को गोली उसके छोटे बेटे दानिश ने मारी है। मामले में आगे की विवेचना जारी है। फरार दोनों लोगों गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।
इमरान और सोहराब ने चलाई थी 3 गोलियां
पूर्व पार्षद कलीम ने कुछ दिनों पहले ही अपनी हत्या की आशंका जताई थी और नीलगंगा पुलिस को बताया था कि मार्निंग वॉक पर जाते समय उसकी कार से रैकी की जा रही है। पुलिस मामले को गंभीरता से लेती उससे पहले 4 अक्टूबर को मार्निंग वॉक के दौरान रूचिश्री गार्डन के सामने कलीम पर कार से आये एक युवक ने तीन फायर किये। बचने में गुड्डू का हाथ टूट गया था। उसने 7 अक्टूबर को शिकायती आवेदन दिया। पुलिस ने 9 अक्टूबर को हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया और कार ट्रेस होने पर 10 अक्टूबर की रात हमला करने में शामिल इमरान को इंदौर से हिरासत में ले लिया। इस बात की जानकारी गुड्डू कलीम को लग गई। पुलिस ने उससे गुरूवार-शुक्रवार रात डेढ़ बजे तक पूछताछ की और इमरान के साथ सोहराब द्वारा हमला करना बताया। जिसका शुक्रवार सुबह खुलासा किया जाना था, लेकिन उससे पहले घर में हत्या कर दी गई।
रात 3 बजे हुआ पत्नी से विवाद
बताया जा रहा है कि गुड्डू कलीम की पत्नी कुछ साल से मायके में रह रही थी। 3 दिन पहले उसे गुड्डू इंदौर से लेकर आया था। प्राणघातक हमले में पत्नी की बहन के दामाद इमरान के शामिल होने का पता उसे चला और पूरे मामले में पत्नी-बच्चों के शामिल होने की जानकारी लगी तो रात 3 बजे घर में पत्नी से उसका विवाद हुआ। पत्नी को लगा कि अब वह फंस जायेगी, उसने पुत्रों और उसके दोस्तों की मदद से हत्या की साजिश रची और रात बडे पुत्र आसिफ ने में मकान का मेनगेट और पत्नी ने बेडरूम का दरवाजा खुला रखा। रात में छोटा बेटा दानिश और सोहराब घर में घुसे, दानिश अपने साथ बंदूक लाया था। उसने बेड पर सो रहे पिता को गोली मार दी।
भतीजे के नाम से खरीद रहा था प्रापर्टी
गुड्डू उर्फ कलीम के साथ डेढ़ वर्ष की उम्र से भतीजा आरिफ पिता सलीम रह रहा था। गुड्डू ने अपनी संपति में शामिल होटल वेलकम शहीद पार्क पुत्र आसिफ उर्फ मिंटू, हरिफाटक स्थित होटल प्रेसिडेंट पत्नी, ग्राम नईखेड़ी में 24 बीघा जमीन पत्नी और उसकी बहन शकीला निवासी नलखेडा, राजवाडा इंदौर स्थित बेसमेंट पत्नी, बेगमबाग स्थित होटल ब्लू स्टार पत्नी के नाम कर दी थी। उसके बाद वह बचपन से साथ रहने वाले भतीजे आरिफ के नाम से प्रापर्टी खरीदने लगा था। गुड्डू ने भतीजे के नाम पिपलोन आगर में 35 बीघा जमीन और चितौडगढ़ में एक प्लाट खरीद लिया था। गुड्डू ने पुत्र दानिश को बेदखल कर दिया था। जो पत्नी और पुत्र को नागवार गुजर रहा था।  करोड़ो की संपत्ति होने के बाद भी पत्नी और पुत्र को आरिफ के नाम संपत्ति खरीदना पसंद नहीं आ रहा था। यही वजह हत्या की बन गई।