40 लाख के लालच में हत्या करने को तैयार हुए थे भाई

उज्जैन। पूर्व पार्षद को मौत के घाट उतारने का षडयंत्र रचने वाली पत्नि और 2 बेटो ने हत्या के लिये कालोनी में रहने वाले 2 भाईयों को 40 लाख देने की बात कहीं थी। कुछ राशि दोनों भाईयों ने खर्च के लिये ली थी, शेष काम होने के बाद देना तय हुआ था।
वजीर पार्क कालोनी में रहने वाले पूर्व पार्षद गुड्डू उर्फ कलीम की शुक्रवार तड़के 5 बजे घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या का प्रयास 4 अक्टूबर से किया जा रहा था। जिसका षड़यंत्र गुड्डू की पत्नी निलोफर, बडे बेटे आफिस उर्फ मिंटू, 13 साल से बेदखल छोटे बेटे दानिश ने पूर्व पार्षद की साली के दामाद इमरान के साथ रचा था। हत्या के लिये वजीर पार्क कालोनी में रहने वाले 2 सगे भाईयों सोहराब और जावेद को षडयंत्र में शामिल किया, जिन्हे 40 लाख देने की बात कहीं गई थी। आफिस ने कुछ राशि भाईयों को खर्च के लिये दी थी। शेष काम होने पर देने तय हुआ था। नीलगंगा टीआई विवेक कनोडिया ने बताया कि प्रारंभिक जांच में अब तक यहीं सामने आया है कि प्रापर्टी विवाद के चलते पूरी घटना का अंजाम दिया है। मामले में पत्नी निलोफर, पुत्र आफिस, रिश्तेदार इमरान और जावेद को गिरफ्तार करने के बाद शनिवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया है। सोहराब और दानिश फरार है, जिनकी तलाश में इंदौर आजादनगर में दबिश दी गई थी, लेकिन दोनों गिरफ्त में नहीं आ सके। दोनों की गिरफ्तारी का प्रयास एक टीम लगातार कर रही है।
मार्निंग वॉक के दौरान थी हत्या की योजना
हत्या की साजिश रच चुके परिवार ने गुड्डू कलीम की हत्या मार्निंग वॉक पर करने की योजना बनाई थी। 4 अक्टूबर को उसी मकसद से जावेद और इमरान ने रूचिश्री गार्डन के सामने गुड्डू पर तीन गोलियां चलाई थी, लेकिन उस वक्त  तीनों फायर मिस हो गये थे और गुड्डू का जान बचाने के प्रयास में हाथ टूट गया था। घटना के बाद जब वह घर पहुंचा तो परिवार ने उसे आभास नहीं होने दिया कि उन्होने गोली चलवाई है। गोली चलाने के दौरान बिना नम्बर की काली फिल्म लगी कार का उपयोग किया गया था। गुड्डू ने अपनी हत्या की आशंका जताते हुए मार्निंग वॉक के दौरान कार सवार अज्ञात लोगों द्वारा उसकी रैकी करना पुलिस को बताया था।
इमरान के हिरासत में आने पर की हत्या
गुड्डू उर्फ कलीम पर चली गोली के बाद 7 अक्टूबर को नीलगंगा पुलिस को शिकायती आवेदन दिया गया था। जांच के बाद 9 अक्टूबर को हत्या के प्रयास का प्रकरण दर्ज किया गया और कार की तलाश शुरू की गई। इंदौर के छावनी से इमरान उर्फ अभिषेक खान को हिरासत में लिया। जो गुड्डू की साली का दामाद था। इमरान के हिरासत में आने का पता चलते ही पत्नी और बेटे ने हत्या करना तय कर लिया, पत्नी ने इंदौर में रहने वाले छोटे बेटे दानिश और सोहराब को गुरूवार-शुक्रवार रात ही घर बुलाया। योजना के अनुसार दरवाजे खुले रखे गये। दोनों घर में घुसे और दानिश ने 12 बोर की बंदूक से कनपटी पर गोली मार दी।
दानिश से बरामद की जायेगी बंदूक
हत्या में उपयोग की गई 12 बोर की बंदूक लायसेंसी होना सामने आई। जो संभवत: गुड्डू की बताई जा रही है। उसकी बंदूक से ही उसका भेजा बेडरूम में सोते वक्त उड़ाया गया था। हत्या के बाद बंदूक मृतक का छोटा बेटा दानिश अपने साथ लेकर भागा है। जिसका सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। पुलिस इस बात की तस्दीक कर रही है। दानिश और उसके साथ आया सोहराब हत्या के लिये कैसे घर तक आये थे और हत्या के बाद किस वाहन से भागे है। दोनों की तलाश के लिये आसपास लगे कैमरों के फुटेज देखे जा रहे है।