हिरासत में आये चालक-इंजीनियर

उज्जैन। बड़नगर मार्ग पर राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण में लगने वाली सामग्री चोरी होने का मामला पुलिस के पास पहुंचा था। चार दिन बाद चालक और इंजिनियर को गिरफ्तार किया गया। दोनों से पूछताछ के बाद 300 टन गिट्टी और डंपर जप्त किया गया है। मुख्य आरोपी एक अन्य इंजीनियर ही होना सामने आया है। जिसकी तलाश जारी है। इंगोरिया थाना प्रभारी आंद्रयास कटारा ने बताया कि थाना क्षेत्र के सोमनाथ ढाबा के पास सर्विस रोड़ से शुभम मैरिज गार्डन तक राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसका ठेका जीआर इंफ्राक्चर प्रायवेट कंपनी द्वारा लिया गया है। मार्ग निर्माण का काम पेटी कांट्रेक्टर पर कराया जा रहा है। कुछ दिन पहले निर्माण कार्य में लगने वाली 300 टन गिट्टी/ डब्ल्यू एमएम चोरी होने की शिकायत पुनीत कुमार पिता ए.एन. दुबे 54 वर्ष निवासी केम्प आफिस मोहनपुरा ने दर्ज कराई थी। पुनीत ने बताया था कि निर्माण सामग्री चोरी कर किसी अन्य जगह बेची जा रही है। मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 303 (2) का प्रकरण दर्ज कर जांच मे लिया गया था। बुधवार को सूचना मिली कि गिट्टी चोरी करने वाले धरमबड़ला के पास दिखाई दिये है। जिनकी धरपकड़ के लिये एएसआई दिनेश निनामा, प्रधान आरक्षक शहजाद, आरक्षक दिवाकर, सतीश राठौर और प्रवीण की टीम को रवाना किया। धरमबड़ला से 2 लोगों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ करने पर एक डंपर चालक सुरेन्द्र पिता सुरेशसहिं पुरते 20 वर्ष निवासी सुल्तानपुर रायसेन और मणीकांत पिता कृष्णानंद त्रिपाठी 30 वर्ष निवासी नियामताबाद थाना अलीनगर जिला चंदोली उत्तरप्रदेश होना सामने आये। मणीकांत इंजीनियर है। दोनों ने गिट्टी चोरी में शामिल एक अन्य इंजीनियर जितेन्द्र पिता आचारीसिंह निवासी मथुरा की भूमिका होने की बात कबूल की। जितेन्द्र की तलाश करने पर वह फरार होना सामने आया। थाना प्रभारी के अनुसार हिरासत में आये दोनों आरोपितों की निशानदेही से 300 टन गिट्टी के साथ चोरी में प्रयुक्त हाइवा डंपर जप्त किया गया है। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से जमानत मिलने पर रिहा किया गया है। मुख्य आरोपी जितेन्द्र की तलाश जारी है। उसके गिरफ्त में आने पर राजमार्ग की निर्माण सामग्री चोरी में शामिल कुछ ओर लोगों के नाम सामने आने की संभावना है।