होमगार्ड सैनिकों की तैनाती से पहले सुरक्षा प्लान तैयार करेगा विभाग

उज्जैन। महाकाल मंदिर सुरक्षा व्यवस्था की कमान होमगार्ड सैनिको को सौंपी जाना है। गुरूवार को होमगार्ड/एसडीईआरएफ डीआईजी ने महाकाल मंदिर कंट्रोलरूम पहुंचकर बैठक आयोजित की और मंदिर से लेकर महाकाल लोक तक का निरीक्षण किया। होमगार्ड विभाग का मकसद दर्शन व्यवस्था को आदर्श बनाना होगा। जिसका प्लान तैयार किया जायेगा। पिछले दिनों महाकाल मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था की कमान होमगार्ड विभाग को सौंपे जाने की बात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहीं थी। वहीं होमगार्ड सैनिको की भर्ती के आदेश भी दिये थे। जिसके बाद से होमगार्ड विभाग ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। गुरूवार को होमगार्ड/एसडीईआरएफ डीआईजी मनीष अग्रवाल उज्जैन पहुंचे और महाकाल मंदिर कंट्रोलरूम में बैठक आयोजित की। जिसमें डिवीजनल कमांडेंट रोहिताष पाठक, डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट संतोष कुमार जाट, महाकाल मंदिर सहायक प्रशासक मूलचंद जुनवाल, मंदिर सुरक्षा प्रभारी प्लाटून कमांडर हेमलता पाटीदार, वर्तमान में सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रही प्रायवेट एजेंसी क्रिस्टल के अधिकारी शामिल हुए। डीआईजी ने बैठक में बाबा महाकाल की दर्शन व्यवस्था को आदर्श बनाने का प्लान तैयार करने की बात कहीं। जिसमें कम समय में श्रद्धालुओं को दर्शन कराना, भगदड़-आगजनी जैसी स्थिति नहीं बनने देना, समय-समय मार्कड्रील करना। नवीन निर्माण कार्यो के अनुसार एसओपी और सुरक्षा प्लान तैयार करने पर चर्चा की। बैठक के दौरान महाकाल मंदिर कंट्रोलरूम को अधिक प्रभावशाली बनाकर एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने का निर्णय लेने के निर्देश भी जारी किये। बैठक के बाद डीआईजी ने महाकाल मंदिर और महाकाल लोक का भ्रमण कर परिसर से लेकर मुख्य प्रवेश द्वार के प्रवेश पाइंट के साथ पार्किंग स्थल, व्हीआईपी प्रवेश और मानसरोवर गेट का निरीक्षण भी किया।
परिसर को झोन में बांटकर नियुक्त करेगें प्रभारी
होमगार्ड/एसडीईआरएफ डीआईजी ने सुरक्षा प्लान तैयार किये जाने के संबंध में बताया कि मंदिर में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारियों के बीच कार्य विभाजन किया जायेगा। जिसमें प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी तय की जायेगी। श्रद्धालुओं को दर्शन के लिये भटकना ना पड़े इसका रूट चार्ट लगाया जायेगा। मंदिर परिसर को विभिन्न झोन में बांटकर प्रभारी नियुक्त किये जायेगें। कंट्रोलरूम में प्रत्येक घंटे सुरक्षा संबंधी अपडेट लिया जायेगा। सुरक्षा के बीच श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशान ना हो इसका विशेष ध्यान होमगार्ड विभाग रखेगा।
भर्ती के साथ होगी सैनिको की ट्रेनिंग
होमगार्ड/एसडीईआरएफ के डिस्ट्रीक कमांडेंट संतोष कुमार जाट ने बताया कि मंदिर की सुरक्षा कमान संभालने से पहले होमगार्ड सैनिको की भर्ती की जायेगी। जिसकी तैयारी अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। सैनिको की भर्ती के बाद उन्हे 10 दिवसीय ट्रेनिंग पर भेजा जायेगा, ताकि मंदिर में सुरक्षा-व्यवस्था के दौरान श्रद्धालुओं से कैसे आदर पूर्वक और विनम्र व्यवहार करना है, इससे उन्हे अवगत कराया जायेगा। होमगार्ड सैनिको को सुरक्षा ड्युटी में तैनात करने से पहले संपूर्ण मंदिर परिसर का विजिट कराया जायेगा। ताकि वह मंदिर के सभी पहलुओं से परिचित हो सके।