गर्भगृह में प्रवेश कर दर्शन पर बवाल: एक कर्मचारी को हटाया, शेष को नोटिस
दैनिक अवन्तिका उज्जैन
श्री महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में गुरूवार शाम संध्या आरती से पूर्व आए वीआईपी ने पहुंचकर भगवान के दर्शन किए थे। इन्हें इसकी अनुमति मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष की और से नहीं थी। इसके बावजूद उन्हें प्रवेश देने के मामले में गर्भगृह प्रभारी विनोद चौकसे को हटा दिया गया है। इसके सहित करीब आधा दर्जन कर्मचारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में पहुंचकर आम जनता के दर्शन पर एक वर्ष से अधिक समय से प्रतिबंध लगा हुआ है। इस दरमियान कई बार राजनेता मंदिर आए और गर्भगृह में प्रवेश कर दर्शन किए हैं। गुरूवार को संध्या आरती के लिए भगवान का भांग श्रृंगार किया जा रहा था उसी दौरान महाराष्ट्र के सांसद श्रीकांत शिंदे उनकी पत्नी एवं अन्य दो वीआईपी गर्भगृह में पहुंचे थे। इन्होंने करीब 5 मिनिट से अधिक समय तक वहां बैठकर पूजन अर्चन किया था।
मंदिर के संध्या आरती पूजारी ने उन्हें पूजन के लिए पुष्प उपलब्ध करवाए थे।ये दर्शन बाले-बाले करवाए जा रहे थे। इसका विडियो सामने आने पर मिडिया में मामला जमकर छाया और इसे लेकर मंदिर समिति को कटघरे में लिए जाने पर यह स्पष्ट हुआ कि संबंधित वीआईपी को लेकर अनुमति नहीं दी गई थी। इस पर कलेक्टर एवं मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह ने तत्काल ही गर्भगृह प्रभारी को हटाने के साथ ही गर्भगृह निरीक्षक, नंदीहाल निरीक्षक, क्रिस्टल कंपनी के प्रभारी सहित आधा दर्जन कर्मचारी को नोटिस जारी किए है। बकौल प्रशासक गणेश धाकड आदेश पर अमल कर दिया गया है और संबंधित कर्मचारियों से 3 दिन में जवाब तलब किए गए हैं।