मादक पदार्थ के 3 सौदागरों से मिली 24.14 ग्राम स्मैक

उज्जैन। मादक पदार्थ कारोबार में शामिल लोगों पर अंकुश लगाने और धरपकड़ अभियान में नागदा पुलिस को सफलता मिली है। 3 टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर दबिश देकर 3 सौदागरों को हिरासत में लिया है। जिनके पास से 3.50 लाख की स्मैक बरामद की गई है।
शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में मादक पदार्थ का अवैध कारोबार लगातार बढ़ता दिखाई दे रहा है। जिसकी आगोश में युवा वर्ग आ रहा है। नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने और सौदागारों की धरपकड़ के लिये पुलिस कप्तान प्रदीप शर्मा के निर्देश में अभियान चलाया जा रहा है। शनिवार-रविवार को अभियान में नागदा थाना पुलिस को सफलता मिली। थाना प्रभारी अमृतलाल गवरी के नेतृत्व में तीन टीम बनाई गई थी। जिसमें एक टीम ने शनिवार रात मुक्तेश्वर महादेव मंदिर परिसर में बनी पानी की टंकी के पास घेराबंदी कर आनंद पिता दातारसिंह राठौर 28 वर्ष निवासी आदर्श गांधी ग्राम कालोनी नागदा को हिरासत में लिया। तलाशी लेने पर उसके पास से 6.86 ग्राम स्मैक बरामद हो गई। दूसरी कार्रवाई रविवार दोपहर बायपास मार्ग नागदा स्थित अटल गार्डन के पीछे की गई। यहां से अजयसिंह उर्फ घोडी पिता शंकरसिंह जादौन 51 वर्ष निवासी मिर्ची बाजार नागदा हाल मुकाम विद्यानगर बिरलाग्राम को पकड़ा गया। उसके पास से 10 ग्राम स्मैक मिलना सामने आया। 2 मादक पदार्थ सौदागारों को गिरफ्तार करने के बाद तीसरी कार्रवाई मुक्तेश्वर मंदिर के पास करते हुए पुलिस ने आसिफ पिता आशिक मंसूरी 27 वर्ष निवासी मिर्ची बाजार को गिरफ्तार कर 7.31 ग्राम स्मैक बरामद की गई। तीनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में प्रकरण दर्ज किया गया। जिनसे पूछताछ की जा रही है। संभावना है कि मादक पदार्थ कारोबार से जुड़े कुछ ओर लोगों की जानकारी सामने आ सकती है।
नशा करने वालों को बेचते थे पुड़िया
नागदा थाना प्रभारी अमृतलाला गवरी ने बताया कि तीनों सौदागारों से बरामद 24.14 ग्राम स्मैक की कीमत 3.50 लाख रूपये होना सामने आई है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि नशा करने वालों को पुडिया बनाकर बेचते थे। ग्राम के हिसाब से दाम वसूला जता था। खुद भी स्मैक का नशा करते है। थाना प्रभारी के अनुसार एक आरोपी आनंद को राठौर को रविवार दोपहर न्यायालय में पेश किया गया था। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। शेष दो मादक पदार्थ सौदागरों को सोमवार दोपहर न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जायेगा। तीनों आरोपियों की कड़िया एक-दूसरे से जुड़ी होना पाई गई है।
14 लोगों की बनाई गई थी टीम
मादक पदार्थ सौदागारों को पकड़ने के लिये थाना प्रभारी अमृतलाल गवरी ने एसआई जितेन्द्र पाटीदार, एसआई योगिता उपाध्याय और एसआई विरेन्द्र चौहान की टीम बनाई थी। जिसमें एएसआई प्रभुलाल मुनिया, प्रधान आरक्षक यशपाल, सुनिल बैस, रितेश बोरिया, गोविन्दसिह, आरक्षक सुरेश दांगी, जितेन्द्र राठौर, बंटी जाट, हितेश निम्बोला, दशरथ पाटौदी संदीप राठौर को शामिल किया गया था।