कांग्रेस ने बुधनी में लगाया पटेल पर दांव, विजयपुर में मल्होत्रा पर किया भरोसा

भोपाल: कांग्रेस ने रविवार रात बुधनी और विजयपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिए। बुधनी में पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल पर दांव लगाया गया है तो विजयपुर में आदिवासी दांव खेलते हुए मुकेश मल्होत्रा पर भरोसा जताया है। पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आसाम के साथ मध्य प्रदेश विधानसभा के उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की सूची भी जारी की।

प्रदेश कांग्रेस ने प्रत्याशी चयन के लिए इस बार समिति बनाकर रायशुमारी कराई थी। इसमें बुधनी से राजकुमार पटेल और महेश राजपूत का नाम प्रमुखता से सामने आया था। भाजपा द्वारा पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद पटेल को प्रत्याशी बनाए जाने की संभावना अधिक थी क्योंकि वे यहां से 1993 में विधायक रह चुके हैं। उनके भाई देवकुमार पटेल भी 1998 का चुनाव जीते थे। इसके बाद से यह सीट भाजपा का गढ़ बन गई। कांग्रेस ने जातिगत समीकरण को देखते हुए पटेल पर दांव लगाया है। वे किरार समाज से आते हैं और अभी तक इसी समाज के शिवराज सिंह चौहान ने लंबे समय तक यहां का प्रतिनिधित्व किया।

पटेल दिग्विजय खेमे से आते हैं पर उनके सभी वरिष्ठ नेताओं से अच्छे संबंध रहे हैं। उनकी भाभी मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष विभा पटेल भोपाल की महापौर रह चुकी हैं। पटेल उस समय विवादों में घिरे थे जब उन्हें पार्टी ने सुषमा स्वराज के विरुद्ध विदिशा संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया था पर समय पर बी फार्म जमा न करने के कारण उनका नामांकन पत्र निरस्त हो गया था पार्टी ने श्योपुर जिले में आने वाले विधानसभा क्षेत्र विजयपुर में आदिवासी कार्ड खेला है। यहां मुकेश मल्होत्रा को प्रत्याशी बनाया है, जिन्होंने 2023 का चुनाव निर्दलीय लड़कर 22 हजार 128 मत प्राप्त किए थे। यहां से उनका ही एकमात्र नाम प्रस्तावित किया था। मल्होत्रा का मुकाबला भाजपा के रामनिवास रावत से होगा, जो मोहन सरकार में वन मंत्री हैं।

बुधनी विधानसभा सीट पर उप चुनाव में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के उत्तराधिकारी के रूप में भाजपा ने रमाकांत भार्गव को प्रत्याशी बनाया है। नामों के पैनल में शिवराज के पुत्र कार्तिकेय सिंह चौहान का भी नाम शामिल था। कार्तिकेय ने  को मीडिया से कहा कि बुधनी के लोगों के पास जाने के लिए मुझे किसी भी टिकट की आवश्यकता नहीं है। रमाकांत भार्गव मेरे लिए पितातुल्य हैं, मैं पहले की तरह ही बुधनी चुनाव में पूरी ऊर्जा के साथ काम करूंगा। जहां तक पैनल में मेरा नाम जाने का सवाल है तो मैंने कभी भी इस मंशा के साथ काम नहीं किया कि मुझे टिकट मिले।