अब भ्रष्टाचारियों के ठिकानों पर लाइव रेड का रिकार्ड रहेगा
इंदौर। नए कानून में डिजिटल सबूत पर ध्यान है। कानून में बदलाव के बाद नई गाइड लाइन बनी है।
भ्रष्टाचार पर कार्रवाई के लिए जिम्मेदार एजेंसी लोकायुक्त व ईओडब्ल्यू को अब कहीं आय से अधिक संपछि की जांच में छापा मारना पड़ा तो पूरी कार्रवाई यानी लाइव रेड के वीडियो पुलिस के ई साक्ष्य ऐप में अपलोड करना होंगे। इसे डिजिटल सबूत माना जाएगा। यह न्यायालय में पेश होंगे। हालांकि इन जांच एजेंसियों को दो साल में इस तरह के मामले में ज्यादा सफलता नहीं मिली है। लोकायुक्त अफसरों ने पिछले कुछ समय में रिश्वत के चार मामले पकड़े, चारों की कार्रवाई व गिरफ्तारी की लाइव वीडियो कर ई साक्ष्य ऐप के लॉकर में सेव किए हैं। आय से अधिक संपत्ति के मामलों में केस दर्ज कर छापा मार कार्रवाई का लोकायुक्त व ईओडब्ल्यू को अधिकार है।
दोनों ही रिश्वत के मामले भी श्रयाचार पकड़ते हैं। ईओडब्ल्यू ने करीब 2 साल से एक भी छापामार कार्रवाई नहीं की है, रिश्वत के मामले भी नहीं पकड़े।
लोकायुक्त ने भी छापामार कार्रवाई नहीं की जबकि इस साल रिश्वत के 16 मामले पकड़े हैं। इस साल जरूर आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया है।